विश्व कप के भव्य मंच पर खेलना और मेगा इवेंट में अच्छा प्रदर्शन करना हर शीर्ष स्तरीय क्रिकेट राष्ट्र का सपना होता है। हालांकि, सभी टीमें हर संस्करण में भव्य टूर्नामेंट में बड़ा हासिल नहीं कर सकती हैं। विश्व कप हर दो या चार साल में एक बार ही होता है और टीमों में लगातार बदलाव हो रहे हैं।
परिवर्तनों के कारण सभी विश्व कप में हमेशा अलग-अलग परिणाम होते हैं। पिछले 15-20 वर्षों में, ऐसे छह उदाहरण हैं जब विश्व कप जीत के दावेदार देश शुरुआती दौर से आगे नहीं बढ़ सके। यहां ऐसे छह उदाहरणों की सूची दी गई है।
1. भारत, विश्व कप 2007
भारत 2003 ODI WC में उपविजेता था लेकिन 2007 में ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गया था। वे श्रीलंका और बांग्लादेश के खिलाफ अपने ग्रुप मैच हार गए और सुपर 8 में जगह बनाने में असफल रहे।
2. वेस्टइंडीज, टी20 विश्व कप 2022
दो बार की चैंपियन वेस्टइंडीज को मौजूदा टी20 विश्व कप में पहला राउंड खेलना था। वे स्कॉटलैंड और आयरलैंड से हार गए इसीलिए सुपर 12 के लिए क्वालीफाई नहीं कर सके।
3. पाकिस्तान, विश्व कप 2007
भारत की तरह, पाकिस्तान को 2007 WC से जल्दी बाहर होना पड़ा। वे आयरलैंड और वेस्ट इंडीज के खिलाफ अपने ग्रुप मैच हार गए, और इस तरह से सुपर 8 से चूक गए।
4. इंग्लैंड, 2015 वर्ल्ड कप
इंग्लैंड का ऑस्ट्रेलिया में भूलने योग्य 2015 WC अभियान था। उन्होंने केवल अफगानिस्तान और स्कॉटलैंड के खिलाफ अपने मैच जीते, चार हार का सामना कर वो क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में विफल रहे।
5. वेस्टइंडीज, 2007 टी20 विश्व कप
वेस्टइंडीज टी20 विश्व कप के उद्घाटन संस्करण में सुपर 8 के लिए क्वालीफाई करने में विफल रहा। वे दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश के खिलाफ अपने ग्रुप मैच हार गए, और जल्दी बाहर हो गए।
6. ऑस्ट्रेलिया, टी20 विश्व कप 2009
बहुत कम प्रशंसकों को याद होगा कि ऑस्ट्रेलिया को भी एक बार टी20 विश्व कप में पहले दौर से बाहर होना पड़ा था। यह 2009 में इंग्लैंड में था, जब वे श्रीलंका और वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने ग्रुप मैच हार गए, और बिना जीत के घर लौट आए।