ऐसे लाखो भारतीय युवक है जो क्रिकेट में अपना कैरियर बनाना चाहते है। लेकिन जैसा की आप जानते है इसमें से सफल कुछ ही हो पाते है।
बहरहाल, जिनको भी भारत के लिए क्रिकेट खेलने का सौभाग्य मिलता है, उनमें धैर्य,इच्छा शक्ति और दृढ़ संकल्प जैसे कुछ जरूरी गुण होते हैं। मजे की बात यह है कि यही सब विशेषताएं आमतौर पर सरकारी नौकरियों में काम करने वाले कर्मचारियों में भी पाए जाते हैं, हम सबको पता, इसे पार करना भी उतना ही मुश्किल है।भले ही ये क्रिकेट उतना ग्लैमरस जॉब ना हो पर इसका भी इंडिया में भारी मांग है।
कुछ ऐसे सौभाग्यशाली क्रिकेटर भी हैं, जिन्हें सरकारी क्षेत्र में उच्च पदों पर नियुक्त किया गया है। इन खिलाड़ियों ने इसके लिए कोई परीक्षा नहीं दिया है।पर उन्होंने मैदान पर शानदार प्रदर्शन करके अपनी काबिलियत साबित की है।
आइए आपको बताते है ऐसे 5 क्रिकेटर की बारे में जिनके पास गवर्नमेंट जॉब है।
1. केएल राहुल
इस सूची में पहले नंबर पर आते है दाएं हाथ के भारतीय बल्लेबाज केएल राहुल जो की निश्चित रूप से भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। उन्होंने पिछले कुछ सालों में अपने शानदार बल्लेबाजी प्रदर्शन के बूते राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह पक्की की है। हाल ही में उनको दक्षिण अफ्रीका दौरे पर वन डे टीम का कप्तान भी घोषित किया गया है और कोहली की गैरमौजूदगी में जोहान्सबर्ग टेस्ट में भी कप्तानी की।
ये बल्लेबाज किसी भी स्थिति में बल्लेबाजी करने में सक्षम है। इसके अलावा, वह स्टंप के पीछे दस्ताने भी संभालते नजर आते है।
दिलचस्प बात यह है कि टीम इंडिया में जगह बनाने से पहले ही रिजर्व बैंक ने उनकी प्रतिभा को पहचान लिया था। आरबीआई ने उन्हें सहायक प्रबंधक के पद के रूप में चयनित किया था।उन्होंने पहले आरबीआई के एक विज्ञापन में शिरकत करते नजर आए थे जिसमें उन्हें देश में वित्तीय साक्षरता के बारे में बताते और इसके महत्व को समझाते हुए देखा जा सकता है।
2. जोगिंदर शर्मा
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज जोगिंदर शर्मा, जिनको पाकिस्तान के खिलाफ 2007 टी 20 विश्व कप में प्रसिद्ध अंतिम ओवर फेंकने के लिया याद किया जाता है। उन्होंने फॉर्म में चल रहे मिस्बाह उल हक को श्रीसंथ के हाथो कैच आउट करवाया टीम इंडिया को 5 रन के मार्जिन से मैच जीतने में मदद की. इससे मेन इन ब्लू को टी20 विश्व कप के इतिहास के पहले ही संस्करण में चैंपियन बनने का मौका मिला।
उनके इस उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उन्हें सरकार द्वारा हरियाणा पुलिस में एक पद के साथ नवाजा गया।अभी वह पुलिस उपाधीक्षक के पद पर हैं। उन्होंने कुछ साल पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास ले लिया था।
3. महेंद्र सिंह धोनी
पूर्व भारतीय कप्तान धोनी को भला कौन नही जानता क्रिकेट के इतिहास में सबसे महान कप्तानों में से एक जो की टी20 विश्व कप,50 ओवर के विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाले एकमात्र कप्तान हैं। इसके अतिरिक्त, उनके नाम पर बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग के भी कई रिकॉर्ड हैं। दिलचस्प बात यह है कि उनका अपने जीवन में सरकारी नौकरियों से नाता रहा है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पर्दापण करने से पहले,वह खड़गपुर रेलवे स्टेशन पर टिकट कलेक्टर के रूप में कार्यरत थे। हालांकि, उन्होंने क्रिकेट पर फोकस करने के लिए अपनी नौकरी को त्याग दिया। सीघ्र ही, उन्हें टीम इंडिया के लिए राष्ट्रीय चयनकर्ताओं द्वारा बुलावा आ गया और इसके आगे क्या हुआ पूरी दुनिया जानती है।
2011 में, भारत ने वानखेड़े स्टेडियम में फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ एमएस के जांबाज पारी के दम पर उनकी कप्तानी में 28 साल के लंबे इंतजार के बाद 50 ओवर का विश्व कप उठाया।इसके बाद ही,उन्हें उसी साल भारतीय प्रादेशिक सेना द्वारा लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से पुरस्कृत किया गया।
4. सचिन तेंदुलकर

सचिन तेंदुलकर का नाम सुनते ही सबसे पहले जेहन में क्रिकेट ही आता है उनको किसी परिचय की जरूरत नहीं है।उन्होंने टीम इंडिया का दो दशक से अधिक समय तक प्रतिनिधित्व किया था। जिसके दौरान क्रिकेट में कई मील के पत्थर हासिल किए जो आज तक रिकॉर्ड है।
इसलिए, मास्टर ब्लास्टर को सरकार द्वारा किसी उच्च पद से नवाजा जाना लाजिमी था। और इस तरह 2010 में उनको इंडियन एयरफोर्स में ग्रुप कैप्टन के पद से सम्मानित किया गया।
5. युजवेंद्र चहल
युजवेंद्र चहल,यह चतुर स्पिनर निश्चित रूप से सफेद गेंदों वाले प्रारूप में भारत के लिए एक प्रमुख स्पिनर के रूप में उभरे हैं,हालांकि अब वो टीम से अंदर बाहर होते रहते है। वो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेलते हुए इंडियन प्रीमियर लीग में अपने स्पिन कौशल से फैंस के बीच फेमस हुए थे।
2016 में, इस लेग स्पिनर को बीसीसीआई बोर्ड द्वारा भारत के लिए खेलने का लिए आमंत्रित किया गया, तब से वह राष्ट्रीय टीम में एक नियमित चेहरा बन गए थे। बोलिंग की बात करें तो हरियाणा से आने वाला ये स्पिनर काफी प्रतिभाशाली हैं।
अंततः आयकर विभाग द्वारा चहल को एक आयकर अधिकारी के पद का प्रपोजल दिया गया।