आईपीएल नीलामी 2022 में चेन्नई द्वारा खरीदे जाने वाले भारतीय U19 विश्व कप टीम के सदस्य राजवर्धन हैंगरगेकर को क्रिकेट खेलने से प्रतिबंधित किया जा सकता है।
इस पेसर पर अंडर-19 टीम के लिए खेलने के योग्य बनने के लिए उम्र में धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया है।
मराठी अखबार सामना में छपी एक रिपोर्ट में महाराष्ट्र के खेल एवं युवा विभाग के आयुक्त ओमप्रकाश बकोरिया ने हैंगरगेकर पर उम्र में हेराफेरी करने का दोष लगाया है।
उन्होंने कहा कि अंडर-19 टीमों के लिए खेलने के लिए हैंगरगेकर ने अपनी जन्मतिथि 10 जनवरी 2001 से परिवर्तित करके 10 नवंबर 2002 कर दी। यह स्कूल में उनके 8वीं कक्षा में पढ़ने के दौरान किया गया था।
इसी रिपोर्ट के मुताबिक बकोरिया ने इस गेंदबाज की उम्र धोखाधड़ी के संबंध में बीसीसीआई को पत्र लिखा है।
“धाराशिव के सीईओ राहुल गुप्ता ने राजवर्धन हैंगरगेकर की जन्मतिथि की जांच की। यह पाया गया कि उन्हें धाराशिव के एक पब्लिक स्कूल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी जन्मतिथि 10 जनवरी 2001 के रूप में सूचीबद्ध थी।
हालांकि, आठवीं कक्षा से पहले इसे बदलकर 10 नवंबर 2002 कर दिया गया था, “बकोरिया ने बीसीसीआई को लिखे अपने पत्र में इनसाइडस्पोर्ट के अनुसार लिखा था।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया, “हां, हमें महाराष्ट्र डीवाईएस से एक पत्र मिला है। यह एक गंभीर आरोप है और हम इस पर गौर कर रहे हैं।
लेकिन फिलहाल वह खेलने के लिए स्वतंत्र हैं। हमें सिस्टम पर पूरा भरोसा है।” इनसाइडस्पोर्ट द्वारा कहा जा रहा है।
हैंगरगेकर, एक तेज ऑलराउंडर, जो अपनी शानदार गति और गेंद को अच्छी तरह से प्रहार करने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं, उनको चेन्नई सुपर किंग्स ने हाल ही में समाप्त हुई आईपीएल 2022 मेगा नीलामी में खरीदा था।
सीएसके ने उन्हें मेगा नीलामी में 1.5 करोड़ रुपये में खरीदा। अगर उनका एग्री फ्रॉड सच निकला तो उनका कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो सकता है और क्रिकेट खेलना भी बंद हो सकता है।