भारत इस दौरे पर एक बार फिर 7 विकेट से अफ्रीका से हार गया और इस तरह वन डे सीरीज भी गवा दिया।
भारत की हार के 5 मुख्य कारण
1 खराब कप्तानी
केएल राहुल इस टीम की सबसे बड़ी कमजोरी के रूप में सामने आए है। उनके नेतृत्व क्षमता पर पहले ही बड़े दिग्गज क्रिकेटर सवाल उठा चुके है जिसमे सुनील गावस्कर गौतम गंभीर और और कॉमेंटेटर संजय मांजरेकर और आकाश चोपड़ा शामिल है।
इनको यह नहीं पता किस गेंदबाज का कब इस्तेमाल करना है,आक्रमक कप्तानी तो दूर दूर नही दिखता जिससे की विपक्षी टीम पर दबाव बन सके। इनके द्वारा सजाई गई ढीली फील्डिंग का फायदा उठाकर अफ्रीका ने खूब रन बनाए।
2 कमजोर मध्य क्रम और गेंदबाजी विकल्प की कमी
वही बात करे तो मौजूदा टीम के साथ चिंता की बात यह है कि हमारे पास कोई सलामी या मध्य क्रम का बल्लेबाज ऐसा नहीं है जो बीच में कुछ ओवर में गेंदबाजी कर सके।
वही पहले विश्व कप विजेता टीम के पास आज के टीम से यह अंतर है की उस समय युवराज, सुरेश रैना, सहवाग बीच के ओवरों में गेंदबाजी कर लेते थे जिससे धोनी को चयन के समय केवल 4 विशेषज्ञ गेंदबाजों के साथ जाने के लिए बहुत मदद मिलता था।
3 बैटिंग ऑर्डर
राहुल ने अब एक नया पैंतरा चला है ऋषभ को श्रेयस अय्यर के ऊपर तरजीह देकर चौथे नम्बर पर बल्लेबाजी के लिए भेजना। पर केएल शायद ये भूल रहे है की अय्यर 4 नंबर के स्पेशलिस्ट बल्लेबाज है ,उनकी शानदार पारियां और औसत इसी बात की गवाही भी देता है।
वही पंत बीच में एक दो अच्छी पारी (जैसे आज) खेल सकते हैं पर इनपर भरोसा नही किया जा सकता।
वही राहुल खुद नीचे मध्यक्रम में अच्छी बैटिंग कर लेते है तो उन्हें ऋषभ को ओपनिंग पर भेजकर अपने नीचे आना चाहिए। पंत ने अंडर 19 विश्व कप में अपना शुरुआत ओपनिंग से ही किया था ।और इससे सूर्यकुमार यादव भी टीम में जगह बना पाएंगे।
4 राहुल की धीमी पारी
ऐसा लग रहा है कप्तान साहब टीम में अपना जगह बचाने के लिए खेल रहे है। उन्होंने 50 रन बनाने के लिए लगभग 80 गेंद ले लिए जिससे सामने वाले बल्लेबाज पर दबाव बढ़ता गया और रन रेट बढ़ाने के चक्कर में वो सभी विकेट गंवा बैठे ।
ऐसा नहीं है को राहुल तेज बैटिंग कर सकते ,भूलिए ये वही बल्लेबाज है जिसका आईपीएल में सबसे तेज अर्ध शतक का रिकॉर्ड है।
पर वह अपने आपको कोहली जैसे जिम्मेदार दिखाने के चक्कर में की वह भी मैच के अंत तक रुक कर मैच फिनिश कर सकते है,वो पिच पर बस टिके रहना चाहते है।
5 गेंदबाजी
इसी तरह की चिंता युजवेंद्र चहल और आर अश्विन की अनुभवी लेकिन नई स्पिन जोड़ी के साथ है। चहल जहा वापसी करने के चक्कर में लगे है वही अश्विन अच्छी गेंदबाजी तो कर रहे है लेकिन उनमें वो धार नही दिख रहा है।
वही यह अब हमे स्वीकार कर लेना चाहिए की भुवनेश्वर कुमार अब अपने पुराने फॉर्म में वापस नहीं आ सकते और भारत को उनसे आगे देखना होगा।
पूरी टीम शार्दुल ठाकुर और बुमराह पर निर्भर नजर आ रही है वही बैटिंग में जब मुश्किल हो तो मैच को फिनिश भी वही करे और टीम जब संघर्ष कर रही हो तो ब्रेकथ्रू भी वही दिलाएं।