क्रिकेट को शुरू में एक धीमा खेल माना जाता था। टेस्ट क्रिकेट के दिनों की कोई सीमा नहीं थी। उसके बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुछ बदलाव देखने को मिले।
समय के साथ क्रिकेट में भी बदलाव आया है। टेस्ट क्रिकेट के बाद एकदिवसीय क्रिकेट और फिर टी20 प्रारूप आया जो बहुत ही कम समय में लोगो के बीच लोकप्रिय हो गया।
लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे हैं जिन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में देखा गया है की उन्हे किसी भी प्रारूप से कोई सरोकार नहीं था। उनके खेलने का अपना अंदाज था और गेंदबाज उनका सामना करने से हमेशा डरते थे।
ऐसे कई खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने निडर क्रिकेट खेला है, भले ही उनके खिलाफ कोई तेज या स्पिन गेंदबाज हो। टेस्ट क्रिकेट हो या सीमित ओवरों का प्रारूप, उन्होंने हमेशा क्रिकेट आक्रामक ही खेला है। शायद यही वजह है कि दर्शकों ने भी इन बल्लेबाजों को इतना प्यार और सम्मान दिया।
आज इस लेख में हम 3 खिलाड़ियों के नाम बता रहे हैं जो अपने खेल के दिनों में काफी निडर थे:
क्रिस गेल:
कई लोग कह सकते हैं कि क्रिस गेल खेल के सबसे छोटे प्रारूप में सबसे प्रभावी रहे हैं, लेकिन उन्होंने एकदिवसीय और टेस्ट प्रारूप में भी अपने हिटिंग कौशल का प्रदर्शन किया है। गेल 137.5 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते थे।
उन्होंने वनडे और टेस्ट क्रिकेट में क्रमशः 87.6 और 60.3 का स्ट्राइक रेट बनाए रखा। कैरेबियन ने 301 वनडे मैचों में 10480 रन बनाए। गेल को उनकी आक्रामक खेल शैली के कारण प्यार से यूनिवर्स बॉस के रूप में जाना जाता है।
विवियन रिचर्ड्स:
वेस्टइंडीज के अपने दौर के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक विव रिचर्ड्स ने गेंदबाजों को अपने ऊपर कभी हावी नहीं होने दिया। टेस्ट क्रिकेट में जहां बल्लेबाज डिफेंस पर ज्यादा ध्यान देते थे, उस समय रिचर्ड्स आक्रामक इरादे से बल्लेबाजी करते थे।
उन्हे गेंदबाज या किसी और चीज की परवाह नहीं थी। वह तेज और बड़े स्कोर बनाने में विश्वास करते थे। उन्होंने अपने करियर में टेस्ट में 8540 और वनडे में 6721 रन बनाए। गौरतलब है की उनके दिनों में टी20 क्रिकेट नहीं हुआ करता था।
वीरेंद्र सहवाग:
भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने अपने खेल के दिनों में दुनिया के दिग्गज तेज गेंदबाजों और शानदार स्पिनरों को बड़ी आसानी से खेला और उनकी धुनाई भी की। उन्होंने बिना किसी डर और झिझक के हर प्रारूप में शानदार बल्लेबाजी की। क्रिस गेल की तरह सहवाग ने टेस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक लगाया।
इसके अलावा वनडे में भी उनके नाम दोहरा शतक है। उन्होंने कभी भी पिच और मौसम की स्थिति की परवाह नहीं की। वह अपनी बल्लेबाजी के दौरान दुनिया के सभी हिस्सों में आक्रामक रहते थे और इसलिए फैंस उन्हें काफी पसंद करते थे।