पूर्व भारतीय कप्तान एम एस धोनी (MS Dhoni) ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खेला था। इसके बाद उन्होंने भारतीय क्रिकेट से पूरी तरह से दूरी बना ली थी।
फैंस उम्मीद कर रहे थे कि यह दिग्गज खिलाड़ी भारतीय टीम में वापसी करेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने 15 अगस्त 2020 को इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट करके अपने संन्यास की घोषणा की।
धोनी के इस फैसले से काफी लोगों को हैरानी हुई थी। हालांकि वो अभी भी आईपीएल में खेल रहे है। उनके संन्यास लेने के बाद से भारतीय टीम में काफी चीजें बदल चुकी हैं।
तो इसी चीज को लेकर आज हम आपको उन चार बड़े बदलावों के बारे में आपको बताएंगे जो एम एस धोनी के इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद हुए है।
1. टीम चयन में निरंतरता का अभाव होना:
धोनी के 2020 के संन्यास लेने के बाद भारतीय टीम के कई खिलाड़ियों ने इंटरनेशनल लेवल पर अपना डेब्यू किया लेकिन सभी को टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए पर्याप्त मौके नहीं दिए गए है।
हाल ही में दिनेश कार्तिक ने कहा था कि हमारी पास इतने खिलाड़ी है की हम 2 टीम के रूप में एक साथ 2 देश से खेल सकते है। (हारेंगे यह उन्होंने नही बताया, जैसा कि एशिया कप में हुआ)
वहीं धोनी के समय में ऐसा नहीं था। धोनी के वनडे करियर की बात करें तो उन्होंने 350 मैच खेले है और 50.58 के औसत की मदद से 10773 रन बनाये है। वनडे में उनके नाम 10 शतक और 73 अर्धशतक दर्ज है।
इसके अलावा उन्होंने भारत को 98 टी20 इंटरनेशनल मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 126.13 के स्ट्राइक रेट की मदद से 1617 रन बनाये है। टी20 इंटरनेशनल में उनके नाम 2 अर्धशतक दर्ज है। पूर्व भारतीय कप्तान के टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने 90 मैच खेले है और 38.09 के औसत की मदद से 4876 रन बनाये है। टेस्ट में उनके नाम 6 शतक, एक दोहरा शतक और 33 अर्धशतक दर्ज है।
2. टीम प्रबंधन:
भारत के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) का कार्यकाल टी20 वर्ल्ड कप 2021 के बाद खत्म हो गया था। इसके बाद द वॉल के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) को हेड कोच की जिम्मेदारी दी गयी थी। इसके अलावा सपोर्ट स्टाफ में भी कई बदलाव हुए।
वहीं रोहित शर्मा (Rohit Sharma) भारत के कप्तान बने। रोहित और द्रविड़ की जोड़ी ने अभी तक भारतीय टीम के लिए एशिया कप से पहले तक अच्छा प्रदर्शन किया था।
रोहित ने कप्तान बनने के बाद से आक्रामक रणनीति को अपनाया है जिसमें वह सामने वाली टीम के विरुद्ध पहले ओवर से ही हमला करते है।
3. विराट कोहली की फिटनेस में गिरावट:
धोनी जब भारतीय टीम का हिस्सा थे तब कोहली की गिनती दुनिया के सबसे फिट खिलाड़ियों में की जाती थी। पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) अभी भी सबसे फिट क्रिकेटरों में शुमार है लेकिन वो पिछले कुछ समय से आराम और चोटों के कारण 2022 में कई मैचों को खेलने से चूक गए है।
विराट ने कई हफ्तों के बाद एशिया कप 2022 की भारतीय टीम में वापसी की। हांलकी वो इस टूर्नामेंट में अपनी फॉर्म और फिटनेस में वापसी करने में कामयाब रहे।