टीम इंडिया तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए दक्षिण अफ्रीका का दौरा करने के लिए पूरी तरह तैयार है, जिसकी शुरुआत सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में बॉक्सिंग डे मुकाबले से होगी। टेस्ट टीम के 16 दिसंबर को चार्टर फ्लाइट से जोहान्सबर्ग के लिए रवाना होने की उम्मीद है। भारत को दौरे से पहले एक बड़ा झटका लगा जब उप-कप्तान रोहित शर्मा को हैमस्ट्रिंग की चोट के कारण दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट श्रृंखला से बाहर कर दिया गया।अनुभवी घरेलू बल्लेबाज प्रियांक पांचाल को टेस्ट टीम में रोहित के प्रतिस्थापन के रूप में नामित किया गया हैं।
दक्षिण अफ्रीका में भारत का रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है। रेनबो नेशन में खेले गए 20 टेस्ट में से मेहमान टीम ने केवल तीन जीते हैं और 10 हारे हैं। अन्य सात टेस्ट ड्रॉ में समाप्त हुए। 2017-18 में अपने पिछले दौरे के दौरान, भारत 1-2 से हार गया था।
जब भारत ने दक्षिण अफ्रीका में प्रोटियाज को हराया था
भारत के दक्षिण अफ्रीका के आगामी दौरे पर जाने के पहले, हम देश में टीम की तीन प्रसिद्ध जीत पर एक नज़र डालते हैं।
#1 जोहान्सबर्ग – दिसंबर 2006
2006-07 के दौरे के दौरान राहुल द्रविड़ के चतुर नेतृत्व में दक्षिण अफ्रीका में भारत की पहली टेस्ट मैच जीत दर्ज की गई थी। जोहान्सबर्ग में तीन मैचों की श्रृंखला के पहले टेस्ट में भारत ने प्रोटियाज को 123 रनों से हरा दिया। तेज गेंदबाज एस श्रीसंत ने शानदार वापसी करते हुए 40 रन देकर 5 विकेट और 59 रन देकर 3 विकेट लिए।
भारत ने टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की, लेकिन दक्षिण अफ्रीका के गुणवत्तापूर्ण गेंदबाजी आक्रमण का सामना नहीं कर पाए । शॉन पोलक (4/39) और मखाया नतिनी (3/57) ने प्रोटियाज के लिए भारत को 249 तक सीमित रखा। सौरव गांगुली ने भारत के लिए 51* के साथ शीर्ष स्कोर किया।श्रीसंत ने हालांकि दक्षिण अफ्रीका को स्विंग गेंदबाजी के शानदार स्पैल से नेस्तनाबूद कर दिया, क्योंकि मेजबान टीम ने जवाब में सिर्फ 84 रन बना पाए।
श्रीसंत ने दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ग्रीम स्मिथ (5) को एक अच्छी लेंथ की शॉर्ट गेंद के फंसाया।ऑफ स्टंप के बाहर डिलीवरी से श्रीसंत ने मार्क बाउचर और शॉन पोलक को आउट करके पूरी दक्षिण अफ्रीका को 25.1 ओवर में ढेर कर दिया।
दूसरी पारी में वीवीएस लक्ष्मण के शानदार 73 ने भारत को 236 रनों पर पहुंचा दिया। जहीर खान ने भी 37 रन बनाए, जिससे भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 402 रनों का बड़ा लक्ष्य दिया।श्रीसंत ने फिर से बड़े तीन बल्लेबाजों- स्मिथ, अमला और कैलिस को आउट किया।एशवेल प्रिंस ने 223 गेंदों में 97 रनों की जिद्दी पारी के साथ भारत को ललकारा। हालांकि, अनिल कुंबले और जहीर ने भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाने के लिए तीन-तीन विकेट लिए। जीत का पल तब आया जब जहीर ने मखाया नटिनी को 8 रन पर कैच कराया।
#2 डरबन – दिसंबर 2010
दक्षिण अफ्रीका में भारत की दूसरी टेस्ट जीत 2010-11 श्रृंखला के दूसरे टेस्ट में डरबन में हुई। दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी करने के लिए भेजा और मेहमान टीम को 205 रन पर रोक दिया, डेल स्टेन ने 50 रन देकर 6 विकेट लिए।भारत के लिए, वीवीएस लक्ष्मण (38) और एमएस धोनी (35) 30 रन को पार करने वाले एकमात्र बल्लेबाज थे।
भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 131 रनों पर समेटने के लिए गेंद के साथ कड़ी मेहनत की। जहीर ने अल्विरो पीटरसन, स्मिथ और एशवेल प्रिंस को सस्ते में आउट कर 13 ओवर में 36 रन देकर 3 विकेट लिए।ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने अच्छी तरह से सेट अमला को 33 रन पर आउट किया ।भारत ने पहली पारी की बढ़त हासिल कर ली थी।उनकी दूसरी पारी में उन्होंने 93 रन पर आधी टीम आउट हो गयी थी, हालाँकि लक्ष्मण ने दक्षिण अफ्रीका को 96 रनों के साथ रोक दिया।उन्होंने अपनी शानदार पारी के दौरान 171 गेंदों का सामना किया और 12 चौके लगाए।उन्हें जहीर (27) से कुछ बहुत जरूरी समर्थन मिला और दोनों भारत को 200 के पार ले गए। लक्ष्मण आउट होने वाले आखिरी व्यक्ति थे, जो स्टेन के पीछे तेजी से रन की तलाश में विकेट गंवा बैठे।
जीत के लिए 303 का लक्ष्य था, पर दक्षिण अफ्रीका 72.3 ओवर में 215 रनों पर ऑल आउट हो गई।भारत के लिए श्रीसंत को एक बार फिर बड़ा विकेट मिला है जब उन्होंने स्मिथ (37) को बाउंसर से पीछे कैच कराया जबकि अमला (16) का कट कीपर के हाथों में गया।इसके बाद श्रीसंत ने कैलिस (17) को अपने जाल में फंसाया।
हरभजन ने 33 पर एबी डिविलियर्स के जुझारू प्रयास को समाप्त कर, उन्हें एलबीडब्ल्यू में फँसा दिया, भले ही रीप्ले ने दिखाया कि गेंद स्टंप्स के ऊपर जा रही थी।जहीर (3/57) ने फिर निचले क्रम को उखाड़ फेंका।यह जीत लोनवाबो सोत्सोबे (0) को फॉरवर्ड शॉर्ट लेग पर अलर्ट चेतेश्वर पुजारा द्वारा स्मार्ट रन आउट के माध्यम से मिली।
#3 जोहान्सबर्ग – जनवरी 2018
दक्षिण अफ्रीका में भारत की तीसरी और सबसे हालिया टेस्ट जीत 2017-18 श्रृंखला के तीसरे टेस्ट के दौरान जोहान्सबर्ग में हुई। भारत अंतिम टेस्ट में सिरीज़ हार गया था और सांत्वना के लिए आखिरी जीत की मांग भारतीय प्रसंसक कर रहे थे। यह जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के शानदार तेज गेंदबाजी प्रदर्शन और भुवनेश्वर कुमार के एक प्रभावशाली हरफनमौला प्रयास के माध्यम से आया।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत विराट कोहली (54)और पुजारा (50)के अर्धशतकों के बावजूद केवल 187 रन ही बना सका।भुवनेश्वर के 30 रन बनाने से पहले वे 7 विकेट पर 144 रन बनाकर गहरे संघर्ष में थे।बुमराह (5/54) ने तब टेस्ट में अपना पहला पांच विकेट लिया,जबकि भुवनेश्वर ने तीन विकेट लिए,और भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 194 रनों पर रोक दिया।
एडेन मार्कराम (2) और डीन एल्गर (4) को आउट करके भारतीय तेज गेंदबाजों ने शानदार सीमिंग गेंदों के साथ भारत सही शुरुआत दिलाई।इसके बाद भुवनेश्वर ने डिविलियर्स (5) को एक और रिपर से क्लीन बोल्ड किया।इसके बाद बुमराह के शो का समय था। पेसर ने दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस (8)को बोल्ड किया बुमराह ने इसके बाद क्विंटन डी कॉक (8) को एक आउट करने के लिए मजबूर किया और अमला (61) को डीप स्क्वेयर लेग पर कैच कराया। दक्षिण अफ्रीकी पुछल्ले बल्लेबाजों के पास बुमराह की प्रतिभा का कोई जवाब नहीं था।कोहली और अजिंक्य रहाणे के 40 रन और भुवनेश्वर के 30 से अधिक स्कोर ने भारत को दूसरी पारी में 247 के पार पहुंचाया।दक्षिण अफ्रीका को भारत को क्लीन स्वीप करने के लिए एक चुनौतीपूर्ण लेकिन हासिल करने योग्य 241 की जरूरत थी। शमी ने भारत के लिए जल्दी पहला विकेट लिया, मार्कराम को 4 रन पर आउट करके। हालांकि, डीन एल्गर (86 *) और अमला (52) के बीच एक शतकिय साझेदारी के साथ दक्षिण अफ्रीका टीम को अच्छे सहारा दिया।अमला को फ्लिक शॉट से कैच कराकर इशांत शर्मा ने भारत को एक बहुत जरूरी सफ़लता दिलाई। इसके बाद उन्होंने डु प्लेसिस (2) को नीची रखने वाली गेंद से आउट किया।
बुमराह ने डिविलियर्स (6) को गली में कैच कराया और क्विंटन डी कॉक (0) को लेग बिफोर मे फंसाया।124 रन पर 1 विकेट कुछ ही समय बाद में स्कोरकार्ड 5 विकेट पर 145 हो गया और दक्षिण अफ्रीका हर तरह की परेशानी में दिख रहा था। इसके बाद शमी ने वर्नोन फिलेंडर (10), एंडिले फेहलुकवायो (0) और मोर्ने मोर्कल (0) को क्लीन बोल्ड कर भारत को जीत की ओर अग्रसर किया। जीत का क्षण तब आया जब लुंगी एनगिडी (4) शमी की गेंद पर कैच आउट हो गए। भारत ने 63 रनों से जीत हासिल की।