देश के लिए क्रिकेट खेलने का सपना हर युवा खिलाड़ी देखता हैं। हालांकि सभी का ये सपना पूरा नहीं हो पाता हैं। वहीं कुछ ऐसे भी खिलाड़ी देखने को मिले है जिन्होंने पर्दापण तो कर लिया लेकिन ज्यादा समय तक टीम में अपनी जगह बचाने में कामयाब नहीं हो पाए।
तो आज हम आपको उन 5 युवा भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने पिछले 12 महीनों में सबसे छोटे प्रारूप टी 20 में डेब्यू किया लेकिन वे अब टीम का हिस्सा नहीं है। दुख की बात यह है कि ये खिलाड़ी सेकेंड-स्ट्रिंग स्क्वॉड में भी नजर नहीं आते है। ऐसा लगता है कि चयनकर्ताओं और टीम मैनेजमेंट ने उनके लिए दरवाजे पूरी तरह बंद कर दिए हैं।
1. वरुण चक्रवर्ती
आईपीएल में प्रदर्शन के दम पर, वरुण चक्रवर्ती (Varun Chakaravarthy) ने भारतीय टीम में जगह बनाई और 25 जून को कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल में डेब्यू भी किया। रहस्यमई स्पिनर को टी20 वर्ल्ड कप 2021 की भारतीय टीम में जगह बनाई। हालांकि वो अच्छा प्रदर्शन करने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुए।
उन्होंने अपना आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच टी20 वर्ल्ड कप 2021 में ही स्कॉटलैंड के बाद से खेला था और इसके बाद से चक्रवर्ती टीम से बाहर चल रहे है। वरुण चक्रवर्ती ने भारत के लिए 6 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले है और 5.86 के इकॉनमी रेट से केवल 2 बल्लेबाजों को ही पवेलियन की राह दिखाने में सफलता पायी है।
2. वेंकटेश अय्यर
हार्दिक पांड्या की चोट ने टीम प्रबंधन को अपने विकल्प की तलाश करने के लिए मजबूर किया और वह खोज मध्य प्रदेश के ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर (Venkatesh Iyer) पर जाकर समाप्त हुई, जिन्होंने आईपीएल 2021 में केकेआर के लिए अच्छे प्रदर्शन से सभी क्या ध्यान अपनी ओर खींचा। अय्यर ने पिछले साल नवंबर में अपना टी20 अंतराष्ट्रीय डेब्यू किया। वहीं पंड्या के एक बार फिर से सेटअप में लौटने पर उन्होंने अपनी जगह खो दी।
बाएं हाथ के तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर ने 9 टी20 इंटरनेशनल मैच में भारत को रिप्रेजेंट करते हुए 162.2 के स्ट्राइक रेट और 33.25 के औसत की मदद से 133 रन बनाये है। इस दौरान गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 8.18 के इकॉनमी रेट की मदद से 5 विकेट लिए। इसके अलावा उन्होंने भारत के लिए 2 वनडे मैच भी खेले है और 24 रन बनाये है।
3. पृथ्वी शॉ
इस लिस्ट में दुर्भाग्यशाली युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) भी अपना नाम दर्ज करवाने में सफल हो गए है। पृथ्वी शॉ ने पिछले साल भारत के श्रीलंका दौरे पर एकमात्र टी20 इंटरनेशनल मैच खेला। शॉ को इसके बाद कोरोना ग्रसित हो गए और वो दोबारा टीम में कभी खेलते हुए नहीं दिखाई दिए।
शॉ अपनी आईपीएल फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन नेशनल सलेक्टर्स ने उनकी फिटनेस के कारण उन्हें दरकिनार कर दिया है। वह यो-यो टेस्ट को पास करने में विफल रहे, जो भारतीय क्रिकेट में फिटनेस की योग्यता है।
4. नितीश राणा
इस लिस्ट के ज्यादतर खिलाड़ियों की तरह, नीतीश राणा (Nitish Rana) ने भी पिछले साल श्रीलंका में अपना टी20 इंटरनेशनल में डेब्यू किया था। उन्होंने दो टी20 इंटरनेशनल मैचों में भाग लिया और 15 रन बनाए। वह आईपीएल 2022 में केवल कप्तान श्रेयस अय्यर के बाद केकेआर के लिए दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे लेकिन फिर भी उनके नाम पर विचार नहीं किया गया।
5. चेतन साकरिया
आईपीएल 2021 में राजस्थान रॉयल्स के लिए अपने डेब्यू सीजन में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज चेतन सकारिया (Chetan Sakariya) लाइमलाइट में आये। बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने उस सीजन में14 मैच खेले और 14 विकेट लिए। उनके प्रदर्शन से प्रभावित होकर, चयनकर्ताओं ने कुछ हफ्तों बाद सकारिया को पहली बार टीम में शामिल किया।
24 वर्षीय ने श्रीलंका के खिलाफ अपना टी20 इंटरनेशनल डेब्यू किया और उसके बाद केवल एक मैच खेला। उन्होंने केवल दो मैचों में एक विकेट अपने नाम किया। वहीं अर्शदीप सिंह के आने से टीम में उनकी वापसी मुश्किल लग रही है।