भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) ने कुछ बेहद प्रतिभाशाली क्रिकेटरों को जन्म दिया जिन्हें दुनिया भर से सराहना मिलती है। लगभग 135 करोड़ की जनसंख्या वाले देश में क्रिकेट के खेल को एक धर्म के रूप में देखा जाता है, उसके पास सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, कपिल देव, एमएस धोनी, विराट कोहली जैसे खिलाड़ी शामिल रहे हैं जिन्होंने भारत देश में क्रिकेट की परिभाषा को ही बदल कर रख दिया है।
अबतक टीम इंडिया में लगभग 300 से अधिक खिलाड़ी नैशनल टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
लंबे भारतीय क्रिकेट इतिहास में, कई प्रतिभाशाली क्रिकेटर सफलतापूर्वक राष्ट्रीय टीम (Team India) में शामिल होकर अपना नाम बनाने में सफल रहे है। कुछ खिलाड़ी ऐसे भी थे, जो कभी भी टीम इंडिया का हिस्सा बनने के लायक नहीं थे, लेकिन फिर भी उन्हें नीली जर्सी पहनने का अवसर दिया गया। आइए आपको 5 ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में आज के इस लेख के जरिए बताते हैं।
1. विजय शंकर
एक हरफनमौला खिलाड़ी के रूप में विजय शंकर (Vijay Shankar) से भारतीय टीम मैनेजमेंट को काफी उम्मीदें थी, घरेलू क्रिकेट में धूम मचाने के बाद उन्हें टीम इंडिया (Team India) में जगह दी गई और कुछ ही इंटरनेशनल मैचों के अनुभव के बूते उन्हें साल 2019 में विश्वकप की टीम में भी चुन लिया गया। उस समय मुख्य चयनकर्ता की विजय शंकर के चयन को लेकर 3D प्लेयर वाली परिभाषा का जमकर मजाक उड़ाया गया था, खासकर अंबाती रायडू ने।
इंटरनेशनल क्रिकेट में विजय शंकर कभी भी खुद को साबित नहीं कर पाए। उन्होंने भारत के लिए 12 वनडे और 9 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। जिसमें उन्होंने क्रमश: 223 और 101 रन बनाए हैं, इन सभी मुकाबलों में उन्होंने संयुक्त रुप से महज 9 विकेट ही ले पाए। विजय को टीम में जिस तरह अचानक एंट्री दी गई थी, उसी प्रकार से उनको टीम से बाहर भी कर दिया गया।
2 आवेश खान
एशिया कप 2022 में अगर किसी खिलाड़ी ने सबसे ज्यादा निराश किया है तो वो है भारतीय तेज गेंदबाज आवेश खान। आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स और फिर लखनऊ सुपर जाइएंट्स के लिए खेल चुके आवेश ने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अभी तक किसी को भी प्रभावित नहीं किया है।
वेस्टइंडीज, जिंबाब्वे और हांगकांग जैसी टीमों के विरुद्ध भी उन्होंने ने विकेट ना लेकर बेशर्मी से केवल रन ही लुटाए है, उन्ही के साथी युवा खिलाड़ी गेंद अर्शदीप सभी को प्रभावित कर रहे है।
3. उमरान मलिक
साल 2022 में अगर किसी युवा खिलाड़ी के बारे में सबसे ज्यादा चर्चा हुई है तो उसका नाम उमरान मलिक (Umran Malik) है। जम्मू कश्मीर से आने वाले दायें हाथ के इस तेज गेंदबाज ने अपनी रफ्तार के दम पर विश्व क्रिकेट में तहलका मचा दिया था। आईपीएल 2022 में उन्होंने टूर्नामेंट के इतिहास की सबसे तेज गेंद फेंकी, साथ ही मौजूदा समय में भारत का सबसे तेज गेंदबाज होने की उपलब्धि भी अपने साथ जोड़ लिया।
आईपीएल 2022 के सम्पन्न होने के बाद अगली ही इंटरनेशनल सीरीज में उमरान मलिक को टीम इंडिया (Team India) में जगह दी गई। लेकिन उन्हें प्लेइंग एलेवन में शामिल होने का मौका नहीं दिया गया। इसके बाद आयरलैंड के खिलाफ 1 मैच में उन्होंने आखिरी ओवर में 15 रन का किसी तरह बचाव करते हुए टीम इंडिया को जीत दिलाई।
लेकिन फिर इंग्लैंड के खिलाफ उनकी सटीक लाइन और लेंथ की कमी उजागर हुई और इंग्लिश बल्लेबाजो ने मलिक की जमकर पिटाई की। लिहाजा इससे ये साबित हो गया कि उमरान को अभी भी इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए और ज्यादा तैयारी की जरूरत है।
4. शिवम दुबे
युवा भारतीय ऑलराउंडर शिवम दुबे (Shivam Dube) ने घरेलू क्रिकेट में अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा था। प्रवीण तांबे के खिलाफ एक ओवर में पांच छक्के लगाने के बाद उनका नाम चर्चा में आया। जल्द ही उन्हें आईपीएल फ्रैंचाइज़ी- रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर द्वारा 5 करोड़ रुपये की रकम देकर टीम में शामिल किया गया लेकिन वह अपने पहले सीजन में ही फेल हो गए।
बाद में, दुबे को राष्ट्रीय टीम (Team India) में चुना गया और उन्हें ODI और T20I नीली जर्सी पहनने का अवसर मिला, उन्होंने अब तक एक वनडे और 13 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने पांच विकेट लेकर 176 रन बनाए हैं। टीम इंडिया में खेलने वाले एक अयोग्य खिलाड़ी के रूप में उनको देखा जाता है। इस साल उन्होंने आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन इसके बावजूद वे टीम इंडिया में वापसी करने की उम्मीदों से भी दूर हो चुके हैं।
5. वरूण चक्रवर्ती
साल 2021 के टी20 विश्वकप में टीम इंडिया (Team India) के शर्मनाक प्रदर्शन की सबसे बड़ी वजह खराब टीम सिलेक्शन माना जाता है। जिसका सबसे बड़ा सबूत स्पिन गेंदबाज वरुण चक्रवर्ती (Varun Chakravarthy) के रूप में देखा जा सकता है। टी20 विश्वकप 2021 से ठीक पहले हुए आईपीएल में इस खिलाड़ी ने अपनी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स को फाइनल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। एक मिस्ट्री स्पिनर के तौर पर उनका नाम पूरी दुनिया में फेमस था।
इसी के चलते उन्हें भारतीय चयनकर्ताओं ने बिना किसी इंटरनेशनल अनुभव के वरुण को विश्वकप के मंच पर उतार दिया। स्पिन गेंदबाज अपनी गेंदबाजी से एक भी मैच में प्रभावित करने में कामयाब नहीं हुआ। उन्होंने टीम इंडिया के लिए 6 टी20 इंटरनेशनल मुकाबलों में शिरकत की थी, जिसमें से उनके खाते में सिर्फ 2 विकेट आए। इसके बाद आईपीएल के ही अगले सीजन में उनका प्रदर्शन बिल्कुल ठंडा रहा।