ऑस्ट्रेलिया ने सोमवार को एडिलेड में इंग्लैंड का दूसरा टेस्ट जीतने और एशेज सीरीज में 2-0 से बढ़त लेने का सपना तोड़ दिया।
इंग्लैंड को जीत के लिए 468 रनों के विशाल लक्ष्य चाहिए था,दिन का खेल चार विकेट पर 82 रन के स्कोर के आगे गुलाबी गेंद के साथ शुरू हुआ, इंग्लैंड को ड्रॉ से बचने के लिए चमत्कार की जरूरत थी।
और उन्होंने अंतिम सत्र में शानदार तरीके से मैच को फंसा दिया और ऑस्ट्रेलिया को विकेट के लिए मशक्कत करना पड़ा, पूरी जान से लड़ते हुए अंततः 192 पर पूरी टीम ऑल आउट हो गई, और इंग्लैंड ये मैच 275 रनों से हार गया।
जे रिचर्डसन ने 5-42 के आंकड़े के साथ मैच खत्म किया।
इंग्लैंड ब्रिस्बेन में पहले टेस्ट में नौ विकेट से पराजित हुआ था और अब इस हफ्ते हार का मतलब है कि 2010-11 में ऑस्ट्रेलियाई मैदान पर पिछली बार हासिल की गई ट्रॉफी को वापस जीतने की उनकी उम्मीदें खत्म हो गई हैं।
जो रूट के नेतृत्व वाली टीम अब रविवार से शुरू होने वाले बॉक्सिंग डे टेस्ट के लिए मेलबर्न जाएगी ,आखिरी बार एशेज मे 2-0 से पिछे रहने के बावजूद जितने वाली ऑस्ट्रेलियन टीम थी ये कारनामा 1936-37 में डोनाल्ड ब्रैडमैन की अगुवाई मे हुआ था।
रविवार शाम को अंतिम ओवर में मिशेल स्टार्क द्वारा आउट होने वाले दुनिया के नंबर एक टेस्ट बल्लेबाज रूट और ऑलराउंडर बेन स्टोक्स विकेट के साथ बाद ही इंग्लैड के जितने कि उम्मीदों पर पानी फिर गया था।
ओली पोप केवल सात गेंदों तक चले, स्टार्क की गेंद पर स्लिप में स्टीव स्मिथ के हाथो आउट हो गए , उनकी पहली पारी में मे भी साधारण पांच रन ही बने थे।
लेकिन जोस बटलर (26) और क्रिस वोक्स (44) ने ऑस्ट्रेलिया को 61 रनों की साझेदारी से परेशान किया, अंततः जे रिचर्डसन ने वोक्स के बोल्ड करके साझेदारी तोड़ दी।
ओली रॉबिन्सन स्मिथ को लियोन की गेंद पर मैच का छठा कैच देने से पहले आठ रन बनाए, फिर बटलर अविश्वसनीय रूप से अपने स्टंप पर कदम रखते हुए लगभग 35 ओवर जीवित रहने के बाद हिट विकेट हो गए।
What a way to end an epic innings! 😲
That's the first time Buttler has been dismissed hit wicket in his 193-innings first class career #Ashes pic.twitter.com/nRP09djjay
— cricket.com.au (@cricketcomau) December 20, 2021
इंग्लैंड की जीत की संभावना लगभग असंभव थी- किसी भी टीम ने टेस्ट क्रिकेट इतिहास में जीत के लिए इतनी बड़ी चौथी पारी का स्कोर नहीं किया था,आखिरी बार 2003 में सेंट जॉन्स में स्टीव वॉ की ऑस्ट्रेलिया को हराकर वेस्ट इंडीज के सात विकेट पर 418 रन बनाए थे।
इंग्लैंड के लिए केवल केवल रूट (62) और डेविड मालन (80) ने ही कोई जुझारूपन दिखाया।
“आखिरकार, आप कह सकते हैं कि हमें एक अलग टीम चुनना चाहिए था,” इंग्लैंड के कोच ने मैच के बाद कहा, क्योंकि पिच पर स्पिनरों के लिए मदद था और इंग्लैंड ने 5 तेज गेंदबाज खिलाए थे अनुभवी तेज गेंदबाज जिमी एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड ने सिर्फ पांच विकेट लिए।
“लेकिन उस समय, हमें लगा कि हमने एक ऐसी टीम चुनी है जो मैच जिताकर देगी” लुईस ने कहा। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया का नेतृत्व स्टीव स्मिथ ने किया क्योंकि पैट कमिंस एक कोरोना संक्रमित के संगत में आ गए थे और उनको इस मैच में आराम करना पड़ा।
मार्नस लाबुस्चगने ने फिर से दुनिया के प्रमुख बल्लेबाजों में से एक के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत किया, पहली पारी में 103 और दूसरी में 51 रनों की पारी खेली। इंग्लैंड की बल्लेबाजी के विपरीत ऑस्ट्रेलिया ने शानदार बल्लेबाजी की शीर्ष के छह में से पांच खिलाड़ियों ने अर्धशतक से ऊपर रन बनाए मार्कस हैरिस इकलौते खिलाड़ी थे जो असफल रहे।
और यहां तक कि तेज गेंदबाज कमिंस और जोश हेज़लवुड के ना खेलने के बावजूद, जे रिचर्डसन और माइकल नेसर ने उनकी कमी खलने नहीं दी।