एक चौंकाने वाली सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है, रविंद्र जडेजा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करने की अटकलें लगाईं जा रही है। दुनियां के बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक, जडेजा हाल के वर्षों में टेस्ट टीम की मुख्य स्तंभ रहे हैं और उनकी प्रदर्शन भी चौंका देने वाली है। बाएं हाथ का स्पिनर महत्वपूर्ण विकेट ले सकता है और निचले क्रम में तेज रन बनाने की उसकी क्षमता उसे और भी प्रभावी बनाती है।
और भला उनकी फील्डिंग की कुशलता को कौन भूल सकता है? ये कौशल जडेजा को इस खेल के सबसे लंबे प्रारूप में उन्हें कप्तान का पसंदीदा बनाती हैं। इसी कारणों से, उन्हें विदेशी टेस्ट में स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन से अधिक तवज्जो दिया गया हैं। हालाँकि, यह खबर आ रही है कि यह 33 वर्षीय अपने सफेद गेंद वाले करियर को लम्बा करने के लिए टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं।
इस बीच जडेजा के एक साथी ने दैनिक जागरण से कहा है कि यह बाए हाथ का ऑलराउंडर टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह सकता है। जडेजा को पिछले महीने न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के दौरान बांह में चोट लगी थी और उन्हें अंतिम टेस्ट से बाहर होना पड़ा था। इसी के कारण, वह दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला के लिए टेस्ट टीम का भी हिस्सा नहीं बन पाए हैं। जहां प्रशंसक उनसे जल्द वापसी की उम्मीद कर रहे हैं, वहीं ऑलराउंडर अब टेस्ट मैचों में शामिल नहीं हो पा रहे हैं , हाल के वर्षों में जडेजा का कद अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में और ऊंचा हुआ है तो उनके फैन फॉलोइंग में भी जबरदस्त उछाल आया हैं।
टेस्ट क्रिकेट में जडेजा के जबरदस्त कैरियर की बात करें तो बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 57 टेस्ट में 33.76 की औसत से 2195 रन बनाए हैं।इसमें उनके नाम एक शतक भी शमिल है। जडेजा ने 25 से कम की औसत और 2.41 की इकॉनमी से 232 विकेट भी हासिल किए हैं। विशेष रूप से, वह टेस्ट क्रिकेट में 200 विकेट पूरे करने वाले सबसे तेज बाएं हाथ के गेंदबाज हैं, जिन्होंने 2019 में अपने 44वें मैच में यह उपलब्धि हासिल की।
इस बीच, भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका में तीन टेस्ट खेलने वाले हैं, जो 26 दिसंबर से सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में बॉक्सिंग डे के रूप में शुरू होगा। जडेजा के अलावा, रोहित शर्मा, शुभमन गिल और अक्षर पटेल जैसे खिलाड़ी भी फिटनेस के कारण टेस्ट सीरीज नहीं खेल पाएंगे। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि मेहमान टीम की प्लेइंग इलेवन कैसे फेरबदल किए जाते है। अक्षर और जडेजा के अनुपलब्ध होने से अश्विन को पहली पसंद के स्पिनर के रूप में मंजूरी मिलने की संभावना है। और हाल ही में उन्होंने भारतीय टेस्ट टीम में जबरदस्त वापसी भी किए है।