भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने रविचंद्रन अश्विन के ‘मुझे टूटा हुआ महसूस होता था’ वाले टिपण्णी पर प्रतिक्रिया दी है। एक कार्यक्रम में बोलते हुए, शास्त्री ने अपनी शैली में स्पष्ट किया कि कुलदीप यादव को मौका देना उचित था क्योंकि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अच्छी गेंदबाजी की थी, जब अश्विन सिडनी में प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं थे।
शास्त्री अपनी बातों पर अड़े रहे और उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि उन्होंने अश्विन को अपने बातों से चोट पहुंचाई क्योंकि इससे उन्हें “कुछ अलग” करने के लिए मजबूर होना पड़ा, उन्होंने कहा कि अश्विन नें अपने कोच से इस तरह की टिप्पणि को “चुनौती” के रूप में लेने का प्रयास किया होगा और खुद को साबित करने के लिए और मेहनत किया होगा।
अश्विन ने सिडनी में टेस्ट नहीं खेला और कुलदीप [यादव] ने अच्छी गेंदबाजी की। इसलिए, यह सही है कि मैं यादव को मौका दूं ”शास्त्री ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा। उन्होंने कहा, ‘अगर इससे अश्विन को ठेस पहुंचता है तो मैं बहुत खुश हूं। इसने उसे कुछ अलग करने के लिए प्रेरित किया। मेरा काम हर किसी के मक्खन लगाना नहीं है। मेरा काम बिना एजेंडे के तथ्यों को बताना है।”
“यदि आपका कोच आपको चुनौती देता है, तो आप क्या करेंगे – रोते हुए घर जाओ और कहो कि मैं वापस नहीं आऊंगा? मैं, एक खिलाड़ी के रूप में, कोच को गलत साबित करने के लिए इसे एक चुनौती के रूप में लूंगा। अगर कुलदीप पर मेरे बयान से अश्विन को दुख हुआ था, तो मुझे खुशी है कि मैंने वह बयान दिया। इसने उसे कुछ अलग करने के लिए प्रेरित किया। ”
अश्विन ने 2019 में जिस तरह से गेंदबाजी की और 2021 में उन्होंने जिस तरह से गेंदबाजी की वह दोनों मे फर्क़ आप साफ़ देख सकते हैं । अश्विन को बस के नीचे फेंकने के बारे में, उन्हें चिंता करने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि मैंने बस ड्राइवर को 2-3 फीट कम रुकने के लिए कहा था। 2018 में अश्विन के लिए संदेश था कि उन्हें फिट रहना है। उन्होंने उस पर काम किया है और अब आप देख सकते हैं कि अब उनकी गेंदबाजी कैसी है। वह अब एक विश्व स्तरीय गेंदबाज है , ”शास्त्री ने कहा।
जानिए अश्विन का पूरा बयान जिससे ये विवाद शुरू हुआ
अश्विन का छलका दर्द,कोच शास्त्री के इस बयान को सुनके लेने वाले थे सन्यास