ऋषभ पंत ने दिया आलोचकों को करारा जवाब,उनकी की पारी को देखकर पिछले मैच में उनके शॉट चयन के लेकर सुनील गावस्कर से लेकर गौतम गंभीर तक ने उन्हें फटकारा था पर आज दक्षिण अफ्रीका विरुद्ध उनके शतक के दौरान तारीफ करते नही थके। पंत दक्षिण अफ्रीका में शतक लगाने वाले पहले एशियन खिलाड़ी बन गए है।139 रन की पारी में उन्होंने 6 चौके और 4 लम्बे छक्के जड़े।
पंत दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट शतक बनाने वाले भारत के पहले विकेटकीपर बने। उनसे पहले, प्रोटियाज के खिलाफ भारतीय विकेटकीपर द्वारा सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड एमएस धोनी का था, जिन्होंने 2010/11 के दौरे के दौरान सेंचुरियन में एक टेस्ट मैच में 90 रन बनाए थे।
पंत का यह सेंचुरी इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में आने के बाद आया है जहा बैटिंग करना सबसे मुश्किल माना जाता है।आलोचकों का इस मैच के पहले मांग थी कि वृद्धिमान साहा को इनके जगह मौका दिया जाए। जिनका 40 टेस्ट में 3 शतक है वही पंत ने सिर्फ 28 मैच में 4 शतक जड़ दिए है। जिसमे 2 ,90+ का स्कोर भी शामिल है।
आपको बताते चले पिछले मैच के दूसरी पारी के दौरान पंत जब क्रीज पर आए थे तब उन्होंने दूसरे ही गेंद पर बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में पीछे कैच आउट हो गए इसपर उनके जल्दबाजी,संयम और धैर्य को लेकर क्रिकेट के दिग्गजों और फैंस ने उनके टेंपरामेंट को लेकर सवाल खड़े कर दिए।
कुछ प्रशंसको ने तो उनको टीम से बाहर करके उनके जगह वृद्धिमान साहा को उनके जगह लाने की बात कही पंत ने अपने आलोचकों को जवाब बैट से देने का फैसला किया और एक साल के अंदर उन्होंने अपने आपको तीसरी बार साबित किया की आखिर क्यों उनको मैच विनर कहा जाता है। इससे पहले इस भारतीय विकेट कीपर ने गाबा में और सिडनी में भारत को मैच जीतने और ड्रॉ कराने में मदद किया था।
ऋषभ पंत को दूसरी पारी जिसको सबसे मुश्किल माना जाता है बैटिंग करने के लिए उसमे बड़े पारी खेलने का शौक है और उनके क्रिकेट कैरियर का पहला शतक भी इंग्लैंड के खिलाफ उन्ही के देश में शतक लगाकर किया था उसी मैच में राहुल ने भी शतक लगाया था पर भारत मैच हार गया था।पंत ने जीतने भी शतक आजतक लगाए है वो अलग अलग देशों में रहा है।यह उनका चौथा शतक था।
भारत की दूसरी पारी 198 रन पर सिमट गई पंत 100 रन पर नाबाद लौटे। अफ्रिका को यह टेस्ट और सीरीज जीतने के लिए आखिरी पारी में 212 रन बनाने है।