भारत के टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने बुधवार को कहा कि उन्होंने बीसीसीआई को विश्व कप से ठीक पहले टी20 के कप्तानी के रूप में पद छोड़ने के अपने फैसले के बारे में सूचित किया था और इसे “सबके द्वारा सहर्ष स्वीकार ” किया गया था और इसे “अच्छा दूरदर्शी निर्णय” करार दिया गया था।
सौरव गांगुली का बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने इस स्टार बल्लेबाज को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए सुझाव दिया था। उसपर प्रतिक्रिया देते हुए कोहली ने ये बाते कहीं।
संयुक्त अरब अमीरात में इस साल के टी20 विश्व कप की शुरुआत से कुछ समय पहले, कोहली ने टूर्नामेंट के बाद भारत के टी20 की कप्तान के रूप में पद छोड़ने की घोषणा की थी।
कोहली ने कहा, “जब मैंने टी20 कप्तानी छोड़ने का फैसला किया और अपने फैसले के बारे में बीसीसीआई से संपर्क किया तो इसका अच्छे तरीके से स्वागत किया गया।”
कोहली ने बुधवार को एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “किसी ने कोई झिझक नहीं दिखाया जब मैंने कप्तानी छोड़ने का प्रपोजल दिया। मुझे इस पर पुनर्विचार करने के लिए नहीं कहा गया था। इसे अच्छी तरह से स्वीकार किया गया था, मुझे बताया गया था कि यह प्रगतिशील है और यह (एक कदम) सही दिशा में है।”
“फिर मैंने उनसे कहा कि मैं टेस्ट और एकदिवसीय मैचों में कप्तान बने रहना चाहता हूं।जब तक कि पदाधिकारियों और चयनकर्ताओं को कोई दिक्कत महसूस न हो। मैं जो करना चाहता था उसमें मेरा सोच स्पष्ट था। मैंने उन्हें विकल्प दिया, कि अगर उन्हें लगता है कि मुझे नहीं करना चाहिए (टेस्ट और/या वनडे में कप्तान बने रहना), फैसला उनके हाथ में है।”
विशेष रूप से, BCCI अध्यक्ष गांगुली ने पहले कहा था कि उन्होंने विराट से T20I कप्तान के रूप में पद नहीं छोड़ने का अनुरोध किया था।
“यह वैसा ही है जैसा मैंने कहा था। मैंने व्यक्तिगत रूप से विराट से टी20 कप्तानी नहीं छोड़ने का अनुरोध किया था। जाहिर है, उन्हें काम का बोझ महसूस हुआ। जो ठीक है, वह एक महान क्रिकेटर हैं, वह अपने क्रिकेट के साथ बहुत गंभीर हैं। उन्होंने लंबे समय तक कप्तानी की और ये चीजें होती हैं।
क्योंकि मैंने लंबे समय तक कप्तानी की है, इसलिए, मुझे पता है। साथ ही, वे केवल एक सफेद गेंद वाला कप्तान चाहते थे। और इसलिए यह निर्णय, “गांगुली ने न्यूज 18 के इंटरव्यू मे ये बात कहा था।