भारतीय कप्तान ने यहां केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध तीसरे निर्णायक टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का साहसपूर्ण फैसला किया। शीघ्र ही ये निर्णय प्रोटियाज के पक्ष में जाता दिखा जब भारत के जल्दी जल्दी विकेट गिरना शुरू हो गए। पहले विकेट 31 रन के स्कोर पर राहुल के रूप में आया जब केएल अफ्रीकी फील्डर को कैच थमा बैठे ,इसका बाद तो मानो विकेटों को झड़ी लग गई,पर विराट ने एक छोर थामे रखा और भारत को 223 रनो के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। इस दौरान कोहली ने द्रविड़ (624) को पीछे छोड़ते हुए भारत के लिए अफ्रीका में सबसे अधिक रन बनाने के मामले बस सचिन से पीछे है जिनके नाम 1161 रन है।
एक पुजारा थे जिसने कप्तान के कुछ देर साथ दिया उन्होंने 43 रन बनाए इसके बाद आए पिछले पारी में अर्धशतक लगाकर अपना टेस्ट करियर बचाने वाले रहाणे जो एक बार फिर फेल हो गए और अपना बुरा फॉर्म जारी रखा जो पिछले मैच में कही कुछ देर के लिए खो गया था। उसके बाद आए पंत ने कुछ अच्छे शॉट्स लगाए पर वो भी 27 के स्कोर पर कैच हो गए। विराट ने शानदार 79 रन 201 गेंदों में बनाए जिसमें 12 चौके और एक छक्का शामिल था। अपने 50 वें टेस्ट में खेलते हुए, रबाडा ने 4/73 के प्रभावशाली आंकड़े के साथ समाप्त किया, जबकि मार्को जेनसन ने 3/55 का स्कोर किया।
223 रनों के जवाब में दक्षिण अफ्रीका स्टंप्स तक 17/1 पर था। ओपनर एडेन मार्कराम और नाइट-वॉचमैन केशव महाराज स्टंप्स तक क्रमश: 8 और 6 पर बल्लेबाजी कर रहे थे। 77.3 ओवर में भारतीय पारी समाप्त होने के बाद जसप्रीत बुमराह ने घरेलू टीम के कप्तान डीन एल्गर (3) को सस्ते में आउट करके दिखा दिया वो क्यों भारत के स्ट्राइक गेंदबाज हैं। उनके और अफ्रीकी कप्तान के बीच जंग में इस बार बाजी जसप्रीत ने मारी।