भारतीय टीम इस समय न्यूजीलैंड के दौरे पर है और हार्दिक पांड्या की कप्तानी में भारत ने टी20 सीरीज भी 1-0 से जीत ली है। इस दौरे पर लगभग सभी युवा खिलाड़ी शामिल हैं।
कल यानी 25 नवंबर को न्यूजीलैंड के खिलाफ पहला वनडे मैच खेला गया। इस मैच में न्यूजीलैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया।
भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में 306 रन बनाए। इस मैच में ऋषभ पंत का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। इस मैच में ही नहीं इस पूरे न्यूजीलैंड दौरे पर भी ऋषभ पंत का प्रदर्शन बेहद साधारण रहा है, इसके बाद भी उन्हें मौका मिलता है. तो आइए जानते हैं इसके बारे में।
ऋषभ पंत को बार-बार टीम में जगह मिलने के 3 कारण:-
1- कप्तान को ऋषभ पंत पर है भरोसा:
ऋषभ पंत भारत के लिए सभी प्रारूपों में विकेटकीपिंग करते हैं। उनमें अकेले दम पर कुछ टेस्ट मैच जिताने की क्षमता है। कोच और कप्तान का मानना है कि अगर उन्हें प्लेइंग-XI में रखा जाता है तो वह टीम के लिए एक्स फैक्टर साबित होंगे।
क्योंकि वह बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। और उन्हें टीम में खिलाना विपक्षी टीम के लिए समस्या खड़ी कर देता है। लेकिन ऋषभ की ये बात इस दौरे में ठीक से काम नहीं कर पाई.
2- मध्य क्रम में कोई बाएं हाथ का बल्लेबाज नहीं है:
इस मैच में ऋषभ को खेलने का एक और कारण यह है कि वह बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। वह मध्य क्रम में बल्लेबाजी में करते है। मध्य क्रम में दाहिने हाथ के लिए सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर और संजू सैमसन जैसे बल्लेबाज हैं।
ऋषभ पंत के होने से मध्य क्रम में एक बाएं हाथ का बल्लेबाज जुड़ जाता है। जिससे टीम का मध्यक्रम और मजबूत माना जाता है।
3- राहुल द्रविड़ का है बड़ा हाथ:
भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को पंत पर भरोसा है। ऋषभ पंत ने इंग्लैंड दौरे पर शानदार पारी खेली थी. जिससे राहुल द्रविड़ काफी खुश थे। और उन्होंने कहा कि पंत का टीम में होना मैच विनर होने जैसा है। पंत अगर प्लेइंग-XI में होते हैं तो यह भारत के लिए अच्छा रहेगा। इसके लिए ऋषभ पंत को लगातार टीम में मौका मिलता है।