भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका के के बीच चल रहे तीसरे और निर्णायक टेस्ट में दूसरी पारी में पहले तो पुजारा दिन के दूसरे ही गेंद पर बाहर चले गए जब लेग स्लीप में बावूमा ने शानदार कैच पकड़ा वो 9 रन बनाकर बाहर गए वही इसके बाद आए रहाणे फेल हो गए जब वो 1 रन के स्कोर पर आउट हुए।
कमेंट्री कर रहे गौतम ने गंभीर सवाल उठाए की आखिर कब तक इनको एक सीरीज में एक अर्धशतक के वजह से प्लेयिंग इलेवन में अवसर मिलता रहेगा । जब शानदार प्रदर्शन करने वाले अय्यर और वीहारी बेंच पर बैठे हुए है।उन्होंने पुजारा को भी इशारा करते हुए कहा कि इनके जगह सुभमन गिल को मौका मिलना चाहिए।
गंभीर ने कहा कि मुझे नही लगता अब ये और कभी भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए नजर आएंगे दक्षिण अफ्रीका खुद को साबित करने का इनका आखिरी मौका था।
जहा अजिंक्य रहाणे तीसरे टेस्ट बनाम दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी में 9 रन पर विकेट और आसान रिव्यू भी गवाया था वही दूसरी पारी में सिर्फ 1 रन बनाकर आउट हो गए।
रहाणे के पास दिखाने के लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में सिर्फ एक अर्धशतक है, लेकिन अजिंक्य को तीसरे टेस्ट की दोनो पारियों में एक और बार जल्दी आउट होने के बाद सुर्खियों में आ गए है। रहाणे, जिन्हें हनुमा विहारी के ऊपर केप टाउन टेस्ट के लिए भारतीय प्लेइंग इलेवन में चुना गया था, ने पहले पारी में कगिसो रबाडा तथा दूसरी पारी में मैक्रो जेसन को विकेट थमा बैठे।
पिछले दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में, जब भारत के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर से रहाणे के करियर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा “किसी विशेष संख्या पर चर्चा नहीं की जा रही है। वह अपना सर्वोच्च प्रयास कर रहे है, वह वास्तव में अच्छा दिख रहे है, जब वह नेट्स में बल्लेबाजी कर रहे है और यहां तक कि जब वह बीच में बल्लेबाजी कर रहे है – उसने इस श्रृंखला में भी कुछ उपयोगी पारियां खेली हैं।
एकमात्र चिंता यह है कि उन्हें इनमें से एक शुरुआत को बड़े में बदलने की जरूरत है, और यही वह कोशिश कर रहे हैं,” राठौर ने पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद मीडिया से कहा।
रहाणे के नाम श्रृंखला में दो बताने लायक पारियां हैं – पहले टेस्ट में 48 और दूसरे में 58 – लेकिन उनकी प्रतिष्ठा के बल्लेबाज से अक्सर ऐसी अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने की उम्मीद की जाती है। यहां तक कि राठौर ने भी स्वीकार किया कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां भारत के पूर्व टेस्ट उप-कप्तान संघर्ष कर रहे हैं।
फैंस का कहना है की रहाणे पिछले कई सालों से यही करते आ रहे है की वो शृंखला में एक अच्छी पारी खेलकर अपना जगह पक्का कर लेते है जैसे कोई सरकारी नौकरी हो की इनको कोई नही निकल सकता।वही अय्यर पिछले सीरीज में एक मैच में शतक और अर्धशतक लगाया था।यह वही भारतीय टीम है जिसमे तिहरा शतक लगाने वाले करून नायर को आगे मौका नहीं मिला था वही अजिंक्य और पुजारा को मौके पर मौका मिलता जा रहा है।
52 वर्षीय बैटिंग कोच को उम्मीद था कि रहाणे इस पारी में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। वो इस एक आखिरी मौके के हकदार थे। “हम एक टीम प्रबंधन के रूप में बस यही उम्मीद करते हैं कि वह इनमें से किसी एक पारी में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि यह प्रबंधन एक कम के बजाय एक अतिरिक्त मौका देना चाहेगा, इसलिए हम हमेशा उस तरफ गलती करेंगे, हम निश्चित रूप से एक और मौका देंगे जितना हम सोचते हैं कि कोई हकदार है, ”राठौर ने समझाया था।
इस लेख के लिखे जाने तक भारत ने दूसरी पारी में 4 विकेट के नुकसान पर 90 रन बना लिए है और बढ़त 103 रन का हो गया है।क्रीज पर विराट कोहली 17 और ऋषभ पंत 25 रन बनाकर नाबाद है।