टीम इंडिया (Team India) के एक खिलाड़ी के साथ चयनकर्ता लगातार नाइंसाफी किए जा रहे है। बोर्ड सभी शृंखला में उस खिलाड़ी को लगातार बाहर रख रहे हैं, जिसे देखकर लगता है कि सेलेक्टर्स ने उस बल्लेबाज को दूध में से मक्खी की तरह निकाल बाहर फेंका हैं।
सेलेक्टर्स ने जिस खिलाड़ी को नजरअंदाज किया है, वह रोहित शर्मा से भी तूफानी बैटिंग में माहिर है और सहवाग को याद दिलाता है।इस नजरअंदाज होने वाले खिलाड़ी का नाम कुछ और नहीं बल्कि ये टीम इंडिया के विस्फोटक ओपनर पृथ्वी शॉ हैं।
सचिन-सहवाग का खतरनाक कॉम्बो
पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) की विस्फोटक मगर सधी हुई बल्लेबाजी में पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग और महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की झलक देखने को मिलती है।
पृथ्वी शॉ की बैटिंग के अंदाज में सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग का कॉम्बो को आसानी से देखा जा सकता है।सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग भी शुरुआत के ओवरों से तहलका मचाते थे और दोनो छोरो से जमकर रन लूटते थे।
आपको बता दें कि भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री कह चुके हैं कि पृथ्वी शॉ में सहवाग, सचिन और लारा तीनो की झलक दिखती है।22 साल के युवा ओपनर पृथ्वी शॉ एक आक्रामक बल्लेबाज हैं पृथ्वी बिना किसी डर के जमकर रन लूटते हैं।
भारत को दूसरे छोर पर रोहित के साथ ऐसे ही किसी और बल्लेबाज की जरूरत है जो सामने वाली टीम पर दबाव डाल सके। पृथ्वी शॉ को ज्यादा से ज्यादा मौके मिले तो वह दुनिया के किसी भी कोने में तेजी रन बना सकते हैं।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क और वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा कर चुके है समर्थन
वही ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने सुझाया कि टीम इंडिया को पृथ्वी शॉ पर भरोसा करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘वह सहवाग की तरह शानदार खिलाड़ी हैं।
सहवाग एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी थे, जिन्होंने खेल को आगे बढ़ाया। मेरे जैसे किसी के लिए, मैं क्रिकेट के उस ब्रांड से प्यार करता हूं। शीर्ष क्रम पर वह आक्रामक बल्लेबाज थे।”
“इसलिए सहवाग मेरे पसंदीदा खिलाड़ियों में से एक थे। मैं चाहता हूं कि भारत पृथ्वी शॉ जैसे खिलाड़ी पर विश्वास बनाए रखे, यह जानते हुए कि वह युवा है। ”
वेस्टाइंडीज के पूर्व महान क्रिकेटर ब्रायन लारा भी कह चुके है की, मुझे पृथ्वी की बैटिंग में सहवाग की झलक देखने को मिलती है।
रोहित शर्मा से भी अधिक तेज बनाते है रन
पृथ्वी शॉ मौजूदा समय में विश्व के सबसे खतरनाक युवा बल्लेबाजों में से एक है और आने वाले दिनों में टीम इंडिया को एक नए ओपनिंग बल्लेबाज की जरूरत होगी क्योंकि धवन की उम्र हो चुकी है।
ये जिम्मा युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ बखूबी संभाल सकते है। शॉ के बल्ले ने घरेलू और आईपीएल में जो सनसनी फैलाई है उसकी गूंज पूरी दुनिया ने सुनी है और वह एक ऐसे खिलाड़ी है जिसमें टीम को भविष्य के लिए निवेश किया जा सकता है।
जहां ऋषभ पंत और अजिंक्या रहाणे जैसे खिलाड़ियों को मौके पर मौके दिए गए वही ईशान किशन और शॉ जैसे खिलाड़ियों को अगर गलती से स्क्वाड में शामिल भी किया जाता है तो प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं बना पाते है।