भारतीय पैरा शटलर तुलसिमथी मुरुगेशन ने महिला SU-5 इवेंट के फाइनल में जगह बना ली है, जहां उन्होंने सेमीफाइनल में अपनी भारतीय साथी मनीषा रामदास को हराया।
तुलसिमथी मुरुगेशन ने भारत के लिए पैरालंपिक्स 2024 का आठवां पदक पक्का कर दिया है। सोमवार की तड़के हुए महिला SU-5 सेमीफाइनल में उन्होंने अपनी साथी खिलाड़ी मनीषा रामदास को हराकर स्वर्ण पदक के मुकाबले में प्रवेश किया। यह मुकाबला दोनों भारतीय खिलाड़ियों के बीच कड़ा था, लेकिन अंततः मुरुगेशन ने 23-21, 21-17 के स्कोर के साथ जीत हासिल की। यह मुकाबला लगभग 40 मिनट तक चला। सेमीफाइनल में हारने के बाद मनीषा रामदास अब कांस्य पदक के लिए खेलेंगी और उनके पास पैरालंपिक पदक जीतने का अभी भी मौका है।
पहला गेम कड़ी टक्कर का रहा क्योंकि दोनों खिलाड़ी पूरी लगन से खेल रही थीं और अपनी कौशल का प्रदर्शन कर रही थीं। मनीषा ने कई बार गेम पॉइंट बचाए, लेकिन वे उन अवसरों का पूरा लाभ नहीं उठा सकीं, जो उन्होंने बनाए थे। मुरुगेशन ने पहला सेट 23-21 से जीता। दूसरे गेम में मनीषा ने जोरदार शुरुआत की और मध्य ब्रेक तक 11-10 की बढ़त हासिल की। हालांकि, मुरुगेशन ने अपनी प्रतिद्वंद्वी की गलतियों का पूरा फायदा उठाया। उन्होंने सटीक ड्रॉप शॉट्स और रणनीतिक प्लेसमेंट्स का उपयोग करते हुए दूसरा सेट भी 21-17 से जीत लिया और फाइनल में पहुंच गईं।
अब तक भारत ने पैरालंपिक खेलों में सात पदक जीते हैं, जिनमें एक स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य पदक शामिल हैं। सोमवार को निशाद कुमार ने पुरुषों के हाई जम्प T47 में रजत पदक जीता। पैरा स्प्रिंटर प्रीति पाल ने रविवार को 200 मीटर T-35 में 30.01 सेकंड के समय के साथ कांस्य पदक हासिल किया।
पैरा बैडमिंटन में भी भारत के लिए और गौरव की उम्मीद है क्योंकि नित्या श्री और सिवराजन सोलाईमलाई मिक्स्ड डबल्स कांस्य पदक के मुकाबले में जीतने का प्रयास करेंगे।
इनके अलावा, नितेश कुमार, सुहास यथिराज और तुलसिमथी मुरुगेशन अपने-अपने सिंगल्स मुकाबलों में स्वर्ण पदक के लिए लड़ेंगे।
टोक्यो में हुए पैरालंपिक्स 2020 में भारत का सबसे सफल अभियान रहा, जहां भारत ने 19 पदक जीते थे, जिनमें पांच स्वर्ण, आठ रजत और छह कांस्य पदक शामिल थे।