भारतीय क्रिकेट टीम इस सप्ताह के अंत में एक बहुप्रतीक्षित हाई-वोल्टेज क्लैश में पाकिस्तान के साथ भिड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है, ये दोनों टीमें मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में अपने अभियान की शुरुआत करेंगी।
2007 में एमएस धोनी की कप्तानी में खिताब जीतने के बाद, रोहित शर्मा एंड कंपनी दूसरी बार टी 20 विश्व कप 2022 की प्रतिष्ठित ट्रॉफी उठाने की उम्मीद कर रही है।
जहां भारतीय पक्ष चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ आगामी ब्लॉकबस्टर संघर्ष की तैयारी कर रहा है, वहीं टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने पूर्व कप्तान विराट कोहली के लिए एक विशेष सुझाव दिया है।
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया टी 20 विश्व कप अभ्यास मैच से पहले, स्टार स्पोर्ट्स ने ऑस्ट्रेलिया में विराट कोहली के आंकड़े प्रदर्शित किए। जिसमें गौतम गंभीर से अपने विचार साझा करने के लिए कहा गया, की विराट को आगामी टूर्नामेंट में कैसे खेलना चाहिए।
इस सवाल का जवाब देते हुए गंभीर ने कहा कि कोहली को 50 और 100 रन बनाने के बारे में भूलकर भारत के लिए प्रभावशाली रन बनाने पर ध्यान देना चाहिए।
अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले गौतम गंभीर ने कहा कि एक बल्लेबाज का काम रन बनाना और एक गेंदबाज का काम विकेट निकालना होता है. ऐसे में विराट की तरह सभी बल्लेबाज इसी माइंडसेट के साथ टी20 वर्ल्ड कप में उतरेंगे.
उन्होंने साथ ही कहा कि विराट कोहली को केवल रन बनाने के बारे में सोचना चाहिए, रिकॉर्ड बनाने या तोड़ने के लिए नहीं.
Gautam Gambhir on Virat Kohli in the pre show on Star sports.#GautamGambhir #ViratKohli pic.twitter.com/XEdgUVfN9G
— Rahul Choudhary (@Thefunone07) October 17, 2022
पांड्या को भी धोनी से मिला था यही गुरु मंत्र:
“एमएस धोनी ने एक बार मुझसे कहा था, स्कोरकार्ड देखो और उसके अनुसार खेलो, अपना नहीं बल्कि टीम का और समझो टीम को क्या चाहिए – इससे मुझे बहुत मदद मिली है”।
Hardik Pandya is #ReadyForT20WC and can't wait to give his best to end the 15-year wait! 😍
Watch the all-rounder in conversation about his goals, mentors and much more on:#MissionMelbourne | LIVE NOW | Star Sports & Disney+Hotstar pic.twitter.com/mbMXaR42YB
— Star Sports (@StarSportsIndia) October 18, 2022
‘रन वो नहीं बनाना जो…’
भारत-पाक मैच से पहले बाएं हाथ के इस पूर्व ओपनर ने उसी स्टार स्पोर्ट्स के शो में कहा, ‘रन बनाने के माइंडसेट के अलावा बल्लेबाज को किसी और माइंडसेट की जरूरत नहीं है.
‘एक बल्लेबाज का काम है रन बनाना, गेंदबाज़ का काम है विकेट लेना. रन वो बनाना जिससे आपकी टीम जीते, रन वो नहीं जो बस आपके रिकॉर्ड में जाएं, 50 या 100 बनाना. आप 40 या 30 रन बनाओ, लेकिन उस प्रभाव से कि आपकी टीम 170/180 तक पहुंच पाए. अगर आप लक्ष्य का पीछा कर रहे हैं तो ऐसे रन बनाएं जिससे लोअर मिडिल ऑर्डर से दबाव हटे.’
व्यक्तिगत रिकॉर्ड का कोई मोल नहीं
गंभीर ने आगे कहा, ‘मुझे विश्वास है कि जब आप ऐसे सारे टूर्नामेंट में जाते हैं, तो व्यक्तिगत रिकॉर्ड को घर रख के जाना चाहिए. अगर आप ऑस्ट्रेलिया जा रहे हैं तो इंडिया का सोचकर जाना चाहिए क्योंकि व्यक्तिगत रिकॉर्ड का इस टूर्नामेंट में कोई मोल नहीं है. वर्ल्ड कप जीतने की वैल्यू है.
अगर टीम जीती है तो वो आपकी विरासत है, आप 500 रन बनाए और सेमीफाइनल के लिए टीम क्वालिफाई ना करे तो वो रन सिर्फ आपके रिकॉर्ड में आते हैं, बाकी आलोचना जब पूरी टीम को मिलती है.’