पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने हाल ही में लाहौर कलंदर्स के कप्तान के रूप में शाहीन शाह अफरीदी की नियुक्ति के साथ क्रिकेट की दुनिया में बदलते रुझानों के बारे में बात की। शाहिद ने कहा कि आजकल टीम के सीनियर खिलाड़ी जूनियर खिलाड़ियों की कप्तानी में खेलने से गुरेज नहीं करते।
ऐसा नहीं है कि अब कोई सीनियर खिलाड़ी ही टीम की कप्तानी करेगा। अफरीदी ने कहा कि एमएस धोनी जैसे युवा कप्तान ने भारतीय क्रिकेट टीम को नए ऊंचाइयों तक पहुंचाया था।
पाकिस्तानी चैनल शमा टीवी पर इंटरव्यू के दौरान, शाहिद अफरीदी ने लाहौर कलंदर्स के कप्तान के रूप में शाहीन शाह अफरीदी की नियुक्ति पर चर्चा की।
कई प्रशंसकों को पता होगा कि शाहीन जल्द ही शाहिद के दामाद बनने जा रहे हैं, और पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने उन्हें उभरते सितारे की सलाह दी कि उन्हें कप्तानी स्वीकार नहीं करनी चाहिए। शाहिद को लगा कि नेता की भूमिका निभाने से पहले शाहीन को अपनी गेंदबाजी पर एक या दो साल और काम करना चाहिए।
हालांकि, शाहिद को लगा कि शाहीन भी एक ‘अफरीदी’ हैं इसलिए उन्होंने उनकी सलाह को नजरअंदाज कर दिया। फिर भी, वो गलत साबित होने के लिए उत्सुक है जैसे बाबर आजम ने उन्हें गलत साबित कर दिया था।
शाहिद ने कहा कि बाबर ने उन्हें गलत साबित कर दिया क्योंकि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि ये बल्लेबाज पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान के रूप में इतनी सफलता हासिल करेगा।
“मैं आपको एमएस धोनी का उदाहरण देना चाहूँगा”- शाहिद अफरीदी
इंटरव्यू के दौरान पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी का उदाहरण देते हुए शाहिद अफरीदी ने कहा:
“मैं आपको एमएस धोनी का उदाहरण दूंगा जिनकी कप्तानी में सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली जैसे बड़े खिलाड़ी खेले और उन्होंने अद्भुत रूप से टीम का नेतृत्व किया।”
अफरीदी का मानना है कि अब चलन बदल गया है और अब प्रशंसकों को अधिक से अधिक युवाओं को अपनी क्रिकेट टीमों का नेतृत्व करने का मौका मिलेगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले सालों में भी यह ट्रेंड जारी रहता है या नहीं।