दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले एकदिवसीय मैच में प्रभाव डालने में विफल रहने के बाद, ऋषभ पंत ने अगले गेम में 71 गेंदों में 85 रनों की तेज पारी खेलकर अपने आलोचकों को जवाब दिया था।
इस विकेटकीपर बल्लेबाज से न्यूलैंड्स, केपटाउन में तीसरे एकदिवसीय मैच में एक बार फिर प्रभावशाली पारी खेलने की उम्मीद की गई थी, लेकिन वह बुरी तरह विफल रहे और उन्हें गोल्डन डक के लिए आउट किया गया।
जब पंत पवेलियन चले गए तो विराट कोहली अपनी निराशा जाहिर करने से पीछे नहीं हटे और उनकी प्रतिक्रिया का वीडियो अब वायरल हो गया है।
गंभीर ने कहा: “अब तो आदत हो गई है पंत एक अच्छी पारी खेलकर 4 5 खराब पारी खेलते रहते है। इनका यह आक्रामक खेलने का अंदाज नही जाने वाला कही।,”you live by the sword you die by the sword” आप तलवार के दम पर जीतते हो और अंत में तलवार से ही मारे जाते हो।”
“पंत की आक्रामकता टीम को मैच जीतने में मदद करती है पर यही कभी कभी हारने का सबब भी बनती है। यह कोहली की तरह धीमी पारी नही खेल सकते।”
“हम सबको स्वीकार कर लेना चाहिए ये नही बदलने वाले। हम उम्मीद कर सकते है की आगे चलकर इनको जिम्मेदारी का बोध हो।”
यह 23वें ओवर की आखिरी गेंद पर एंडिले फेहलुकवायो की गेंद पर हुआ। जब ऋषभ पंत, जो अभी-अभी क्रीज पर आए थे, ने तुरंत बड़े शॉट खेलने का फैसला किया।
विराट कोहली गुस्से में ऋषभ पंत को बाद में आउट होने के बाद घूरते हुए
यह बेवकूफी विराट कोहली को अच्छा नहीं लगा और वह दर्शकों को परेशानी में डालने के लिए अपना विकेट फेंकने के लिए गुस्से में नौजवान को घूरते हुए देखा गया। पंत के बीच में जाने से पहले शिखर धवन एक सेट का विकेट गंवा चुके थे, लेकिन वह भी ज्यादा देर टिक नहीं पाए।
— Diving Slip (@SlipDiving) January 23, 2022
दक्षिण अफ्रीका ने भारत को इस मुकाबले में भी हरा दिया और इस तरह उन्होंने वन डे सीरीज में 3-0 से भारतीय टीम का सफाया कर दिया।
बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक को उनके महत्वपूर्ण 124 रनों की पारी के लिए मैन ऑफ द मैच और सीरीज का अवार्ड मिला।
भारत की ओर से कोहली ,धवन और दीपक चहर ने शानदार अर्धशकत लगाया पर वो फिर भी महज 4 रन से ये मुकाबला गंवा बैठे।
भारत की यह अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार पांचवीं हार है।जिसमे से 4 में कप्तान राहुल रहे है।
2015 के बाद यह पहला विदेशी दौरा है जिस पर भारत ने सभी वन डे और टेस्ट सीरीज गवाएं है। कोहली के कप्तानी में भारतीय टीम एक न एक शृंखला जरूर जीतती थी।