भारत ने रविवार को मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले जा रहे तीसरे और अंतिम वनडे में टॉस जीतकर इंग्लैंड के खिलाफ गेंदबाजी करने का फैसला किया था।
टीम में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला जब जसप्रीत बुमराह जो की चोट के कारण बाहर हो गए, की जगह लाल गेंद के प्रारूप में नियमित गेंदबाज मोहम्मद सिराज को उनकी जगह मौका मिला।
सिराज ने मिले मौके का भरपूर फायदा उठाया और जॉनी बेयरस्टो और जो रूट को शून्य पर आउट कर दिया जिससे इंग्लैंड की पारी मुसीबत में आ गई।
यह इस शृंखला में दूसरी बार था जब इंग्लैंड के इन दोनो गेंदबाजों को डक पर भारतीय गेंदबाजों ने आउट किया है, सीरीज के पहले मैच में भी बुमराह ने अपनी गेंदों पर दोनो को आउट किया था।
शुरुआती झटको के बाद बेन स्टोक्स और जेसन रॉय ने पारी को संभाला और चौथे विकेट के लिए दोनो ने मिलकर 54 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की, इसके बाद ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने गेंद से अपना जलवा बिखेरा।
सीरीज में एक बार फिर पांड्या ने चोट के बाद वापसी के बाद गेंद से सभी को प्रभावित किया, उन्होंने सबसे पहले खतरनाक दिख रहे जेसन रॉय को अपना शिकार बनाया जो की 41 के निजी स्कोर पर आउट हुए।
बेन स्टोक्स, लियाम लिविंगस्टोन और जोस बटलर उनके अगले 3 शिकार थे और इस तरह उन्होंने अपने करियर का बेस्ट गेंदबाजी आंकड़ा दर्ज किया।
स्टेट: इससे पहले 2016 में धर्मशाला में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने पदार्पण पर हार्दिक पांड्या ने अपना सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय आंकड़ा 3/31 दर्ज किया था।
199 के स्कोर पर इंग्लैंड का 7वा विकेट जॉस बटलर के रूप में आया, इसके बाद आए डेविड विली और ओवरटन ने भारतीय गेंदबाजी की सबसे बड़ी कमजोरी को एक बार फिर उजागर कर दिया, जो की पिछले बल्लेबाजों को जल्दी ना आउट कर पाने का है।
उन्होंने इस सीरीज में एक बार फिर निचले क्रम में महत्वपूर्ण रन जोड़े जिससे भारतीय गेंदबाजी क्रम अच्छी शुरुआत को भुनाने में फेल हो गई और इंग्लैंड को सस्ते में ऑल आउट नही कर पाई।
इंग्लैंड की पारी 259 के स्कोर पर समाप्त हुई, जिसमे सर्वाधिक स्कोर (60) कप्तान बटलर का था वही गेंदबाजो में पांड्या को 4 चहल को 3 सिराज को 2 और जडेजा को 1 विकेट मिला।
10 विकेट की शानदार जीत के साथ श्रृंखला की शुरुआत करने के बाद, टीम इंडिया को निम्नलिखित मुकाबले में इंग्लैंड द्वारा एक रियलिटी चेक सौंपा गया था और अब श्रृंखला 1-1 पर है।
पिछली मुठभेड़ में भारतीय बल्लेबाजी फेल हो गई थी, जहां वे 247 का पीछा करने में विफल रहे और 146 रन पर ढेर हो गए थे।
इसीलिए इस बार रोहित शर्मा की टीम काफी बेहतर बल्लेबाजी की तलाश में होगी। विराट कोहली, जो भी रनों के बीच नहीं रहे हैं, इस अवसर को बड़ा स्कोर बनाने के लिए लेंगे क्योंकि वह अपनी अगली श्रृंखला में भारत की टीम में नही रहेंगे।