विराट कोहली ने सात साल तक टीम का नेतृत्व करने के बाद शनिवार को भारतीय टेस्ट कप्तान के पद का त्याग कर दिया। अश्विन ने कहा कि एक कप्तान के रूप में कोहली की विरासत उनके द्वारा तय किए गए बेंचमार्क के रूप में याद की जाएगी।
अनुभवी स्पिनर ने कप्तान के रूप में कोहली के कार्यकाल से अपने “सबसे बड़े सीख” का भी उल्लेख किया।
“क्रिकेट कप्तानों के बारे में हमेशा उनके रिकॉर्ड और जिस तरह की जीत दिलाने में वो कामयाब रहे, उसके बारे में बात की जाती है, लेकिन एक कप्तान के रूप में आपकी विरासत उस तरह के बेंचमार्क के लिए खड़ी होगी जो आपने सेट किए हैं।
आगे चलकर कई ऐसे लोग होंगे जो आपके ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैड में जीत के बारे में बात करेंगे, “अश्विन ने एक ट्वीट में कहा।
“जीत सिर्फ एक परिणाम होता है और बीज हमेशा फसल से पहले ही अच्छी तरह से बोए जाते हैं! और आपने जो बीज बोने में कामयाबी हासिल की है, वह एक उच्च स्तरीय स्टैंडर्ड है जिसे आपने अपने लिए निर्धारित किया है और इसलिए हमारे जैसे लोगों के साथ अपेक्षाओं को बढ़ा दिया है।”
have left behind for your successor and that’s my biggest takeaway from your stint as captain. “We must leave a place at such an altitude that the future can only take it higher from there on “ 👏👏👏 #Virat #CricketTwitter
— Ashwin 🇮🇳 (@ashwinravi99) January 16, 2022
“आपने अच्छा किया @imVkohli ,जो सिरदर्द आपने अपने उत्तराधिकारी के लिए पीछे छोड़ दिया है, कप्तान के रूप में आपके कार्यकाल से यह मेरा सबसे बड़ा सिख है। उन्होंने कहा, “हमें एक जगह को इतनी ऊंचे स्तर पर छोड़ना चाहिए कि भविष्य के लोग उसे वहां से और ऊंचा ही ले जा सके।”
Wins are just a result and the seeds are always sown well before the harvest! The seeds you managed to sow is the kind of standard you set for yourself and hence set the expectations straight with the rest of us. Well done @imVkohli on the headache you
— Ashwin 🇮🇳 (@ashwinravi99) January 16, 2022
2021 के सितंबर में, कोहली ने T20I कप्तान के रूप में पद को छोड़ दिया था और फिर उन्हें ODI के प्रतिनिधित्व के रूप से हटा दिया गया था क्योंकि चयनकर्ता दोनो सफेद गेंद के प्रारूप के लिए एक ही कप्तान चाहते थे।
विराट के टेस्ट कप्तानी से पीछे हटने का फैसला भारत के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज हारने के एक दिन बाद आया है।
अगर देखा जाए तो कोहली की लाल गेंद के इस प्रारूप में सबसे बड़ी जीत 2018/19 के दौरान हुई थी जब भारत ने अपनी पहली टेस्ट सीरीज़ आस्ट्रेलिया में जीती थी।
उनकी कप्तानी में भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में भी पहुंचा।पर फिर न्यूजीलैंड ने हर बार की तरह भारत को खिताब नही जीतने दिया।
पूर्व कप्तान के पास टेस्ट कप्तान (68) के रूप में सबसे अधिक टेस्ट मैच खेलने का रिकॉर्ड है और उनके पास एक भारतीय कप्तान (40) द्वारा सर्वाधिक टेस्ट विजय का रिकॉर्ड भी है।