भारतीय क्रिकेट टीम में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के साथ डेब्यू करने वाले बल्लेबाज विनोद कांबली (Vinod Kambli) तंगहाली में जीवन बिता रहे हैं. उनकी कमाई का स्त्रोत अब मात्र बीसीसीआई (BCCI) की ओर से उन्हें दी जाने वाली पेंशन (Pension) रह गई है।
जिससे उनका जीवन-यापन मुश्किल होता जा रहा है. क्रिकेट की पिच पर बॉलरों के छक्के छुटाने वाले कांबली कभी लाखों में कमाते थे, लेकिन फिलहाल आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, और काम की तलाश कर रहे हैं।
कांबली ने पहली शादी 1998 में नोएला लुईस से की थी. नोएला पुणे के होटल ब्लू डायमंड में रिसेप्शनिस्ट थीं. यह लव लाइफ ज्यादा दिन नहीं चली और तलाक हो गया. इसके बाद कांबली ने मॉडल रहीं एंड्रिया हेविट से अपना नाता जोड़ लिया. कांबली का एक बेटा जीसस क्रिस्टियानो कांबली और एक बेटी भी है।
एक समय था बोलबाला पर अब तंगहाली
18 जनवरी 1972 को मुंबई में जन्मे विनोद कांबली (Vinod Kambli) और सचिन तेंदुलकर के गुरु रमाकांत आचरेकर ने भी मास्टर ब्लास्टर से ज्यादा टैलेंटेड कांबली को ही हमेशा माना था. लेकिन इसे किस्मत का खेल ही कहेंगे कि सचिन आसमान की बुलंदियों पर पहुंच गए और भारत के सबसे अमीर क्रिकेटर है और वही विनोद कांबली अर्श से फर्श पर आ गए. Mid Day की एक रिपोर्ट के मुताबिक फिलहाल, कांबली को बीसीसीआई से मिल रही 30 हजार रुपये मासिक पेंशन (BCCI Pension) से गुजारा करना पड़ रहा है. यानी हर रोज इनकी इनकम (Income) महज 1000 रुपये है।
कितनी है विनोद कांबली की नेटवर्थ:
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली की नेट वर्थ (Vinod Kambli Net Worth) 1 से 1.5 मिलियन डॉलर के बीच है यानी लगभग 80 लाख से 1 करोड़ भारतीय रुपए. 2022 की शुरुआत में आए डाटा के अनुसार, उनकी सालाना आय सिर्फ 4 लाख रुपये ही रह गई है. हालांकि, उनके पास मुंबई में खुद का घर है. लेकिन देश की आर्थिक राजधानी में जीवन यापन के लिए यह पर्याप्त नहीं है. कार कलेक्शन की बात करें तो मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उनके पास रेंज रोवर कार है.
कोरोना के बाद बदल गए हालात
हालांकि, क्रिकेट से दूर होने के बाद भी कुछ समय तक उनके पास कमाई के कई साधन मौजूद रहे. जैसे उन्होंने क्रिकेट मैचों में कमेंट्री की और इसके साथ ही विज्ञापनों में भी काम किया. जिससे उनकी अच्छी खासी कमाई हो जाती थी. यही नहीं उन्होंने फिल्मों में एक्टिंग करते हुए भी कमाई की. लेकिन समय के साथ उनकी कमाई के जरिए खत्म होते गए. कोरोना महामारी (Covid-19) के बाद से उनकी हालत लगातार खस्ता होती गई.
विनोद कांबली का सचिन तेंदुलकर ने किया हमेशा मदद
50 साल के विनोद कांबली का पूरा नाम Vinod Ganpat Kambli है और वे 10वीं तक पढ़े हैं. कमाई का जरिया बंद हो जाने के चलते अब उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इन दिक्कतों के उन्होंने खुद बयां किया है. कांबली ने यह भी बताया है कि उनके पूर्व साथी और दोस्त सचिन तेंदुलकर को भी उनके इस खस्ता हालात के बारे में पता है, लेकिन वह उनसे कोई उम्मीद नहीं लगा रहे हैं क्योंकि सचिन ने उनकी पहले ही काफी मदद की है.
2019 में आखिरी बार कोचिंग
कांबली ने साल 2019 में आखिरी बार किसी टीम की कोचिंग की थी, तब वह टी-20 मुंबई लीग में जुड़े थे. उसके बाद साल 2020 में कोरोना वायरस ने देश-दुनिया में दस्तक दी. इसके बाद से न केवल अन्य देशवासियों के लिए बल्कि कांबली के लिए भी चीजें बदल गईं. इस महामारी के प्रकोप ने कांबली के पास बचे कमाई के साधनों को भी खत्म कर दिया.
विनोद कांबली ने जाहिर को अपनी मुश्किल
विनोद कांबली ने अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में पूरी जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि मैं सुबह 4 बजे उठता था, डीवाई पाटिल स्टेडियम तक कैब से जाता था. उसके बाद शाम को बीकेसी ग्राउंड में कोचिंग सिखाता था, जो काफी मुश्किल काम था. मिड डे को विनोद कांबली ने बताया कि मैं सिर्फ बीसीसीआई की पेंशन पर निर्भर हूं, मैं मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के पास भी काम के लिए गया था. मैं उम्मीद करता हूं कि मुझे कोई काम मिल पाएगा.
विवादों से रहा क्रिकेटर का नाता
विनोद कांबली अपने क्रिकेट करियर से ज्यादा विवादों के चलते सुर्खियों में रहे. अभी कुछ वक्त पहले ही कांबली तब सुर्खियों में आए थे, जब उन्हें शराब के नशे में धूत गाड़ी चलाने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया गया था. फरवरी, 2022 में विनोद कांबली ने नशे में ड्राइविंग करते हुए एक गाड़ी में टक्कर मार दी थी, उनके खिलाफ शिकायत हुई तो पुलिस ने उन्हें अरेस्ट कर लिया. हालांकि, कुछ वक्त बाद ही उन्हें बेल भी मिल गई थी.
104 वनडे, 17 टेस्ट मैच खेले
टीम इंडिया (Team India) में शामिल रहते हुए विनोद कांबली ने भारत के लिए कुल 104 वनडे मैच, जबकि 17 टेस्ट मैच खेले हैं. उन्होंने भारत के लिए अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 3,561 रन बनाए हैं, इनमें चार शतक टेस्ट में और दो शतक वनडे में शामिल हैं. विनोद कांबली ने भारत के लिए 1991 में वनडे डेब्यू किया था, जबकि साल 2000 में उन्होंने अपना आखिरी वनडे मैच खेला था।