जब आज भारत दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध तीसरे वन डे मैच न्यूलैंड्स मैदान में खेलने उतरा तो उनके पास इस दौरे पर यह प्रतिष्ठा बचाने वाले मैच था। 3 मैचों की सीरीज का 2 मैच पहले ही प्रोटियाज टीम जीत चुकी थी।
दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 4 रन से हराकर श्रृंखला 3–0 से अपने नाम कर लिया।चहर धवन और कोहली का अर्धशतक बेकार गया।
भारतीय कप्तान केएल राहुल ने टॉस जीता और अफ्रीकी टीम को पहले बैटिंग करने के लिए आमंत्रित किया। भारत को वो मिला जो वे चाहते थे, दीपक चहर ने शुरुआती सफलता के रूप में जानेमन मलान को 1 पर आउट किया।
फिर, कप्तान टेम्बा बावम और डी कॉक ने 6 रन प्रति ओवर से अधिक रन बनाकर पारी को स्थिर करने का कोशिश किया,खतरनाक दिख रहे इस जोड़ी को राहुल ने बावुमा को 8 पर शानदार थ्रो के जरिए रन आउट करके तोड़ा।
इसके बाद आए डूसन ने 144 रनो बड़ी पार्टनरशिप करके मेहमान टीम की मुसीबतें बढ़ा दी,आखिरकार, उन्हें उनके क्रमशः 124 और 52 रन पर आउट कर दिया गया।
इसके बाद अफ्रीकी टीम ताश के पत्तो की तरह ढह गई और भारत को 288 का लक्ष्य दिया। प्रसिद्ध कृष्णा ने 3 जबकि चाहर और बुमराह ने 2-2, वही चहल ने 1 विकेट लिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और कप्तान केएल राहुल सस्ते में आउट हो गए। लेकिन धवन और कोहली ने आउट होने से पहले इस सीरीज में एक और अर्धशतक लगाते हुए टीम को मजबूती दी।
फिर मैदान पर आए ऋषभ पंत साहब जिनको पहले ही गेंद पर छक्का लगाना था और हर बार की तरह पंत एक मैच जिताऊ पारी (पिछले मैच में,भले ही टीम नही जीत पाई)खेलने के बाद 3 4 बेवकूफी भरी पारी खेलते है।
और वो पहले ही गेंद पर बाउंड्री पर कैच आउट हो गए।
श्रेयस अय्यर ने 26 तो सूर्यकुमार यादव ने 39 रन बनाकर डग आउट में लौट गए।
1 ऋषभ पंत:
जब पंत बल्लेबाजी करने आए थे तब भारत 22.5 ओवरों में 2 विकेट पर 118 रन बनाकर मजबूत स्थिति में था। पर फिर उन्होंने बेवकूफी भरी शॉट खेलकर अपने पहले ही गेंद पर विकेट गवा दिया जिससे भारत पर दबाव आ गया।
2 साझेदारी
भारतीय टीम साझेदारी बनाने में नाकामयाब रही सिर्फ कोहली और धवन ने पिच पर टिके रहकर कुछ कोशिश किया और इनके बाद आए दीपक चहर ने दिलेरी दिखाई।
वही अय्यर ने 26 तो सूर्यकुमार ने 39 रन की उपयोगी पारी खेली पर इन्होंने अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नही बदल पाए ।लेकिन वह आउट हुए तो उसके बाद ताश के पत्तों की तरह टीम इंडिया ढह गई।
3; मध्यक्रम बल्लेबाजी
पूरे सीरीज में भारतीय मध्यक्रम की बल्लेबाजी एक बड़ी समस्या रही है पहले और दूसरे मैच में असफल रहने के बाद इस मैच में भी भारतीय टीम की बैटिंग फेल रही।
4 मध्यक्रम गेंदबाजी
स्पिनर गेंदबाज बीच के ओवरों में विकेट नही ले पाए जिससे अफ्रीकी बल्लेबाज मनचाहे तरीके से बैटिंग करने में सफल।
जयंत यादव महंगे रहे तो वही चहल पूरे सीरीज में संघर्ष करते नजर आए। श्रेयस अय्यर ने कोशिश किया तो उनके 2 ओवर में अफ्रीकी टीम ने 16 रन बटोर लिए।
5 अतिरिक्त गेंदबाजी के विकल्पों की कमी
वही बात करे तो मौजूदा टीम के साथ चिंता की बात यह है कि हमारे पास कोई सलामी या मध्य क्रम का बल्लेबाज ऐसा नहीं है जो बीच में कुछ ओवर में गेंदबाजी कर सके
वही पहले विश्व कप विजेता टीम के पास आज के टीम से यह अंतर है।
उस समय युवराज, सुरेश रैना, सहवाग बीच के ओवरों में गेंदबाजी कर लेते थे जिससे धोनी को चयन के समय केवल 4 विशेषज्ञ गेंदबाजों के साथ जाने के लिए बहुत मदद मिलता था।